Digital Platform में बड़ा निवेश करेगा NDTV, समय के साथ बदलेगा खबरों का स्वाद

0

NDTV आज बेहतर पत्रकारिता में सबसे उच्च स्थान पर है। एनडीटीवी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 28 जून को अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की। इस दौरान NDTV  के पूर्णकालिक निदेशक संजय पुगलिया ने चैनल को लेकर बड़ा बदलाव करने का एलान किया है। उन्होंने कहा है कि अब सभी का विश्वसनीय एनडीटीवी डिजीटल प्लेटफार्म पर निवेश करने जा रहा है। संजय पुगलिया ने इस बीच नेटवर्क के विस्तार की योजनाओं के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि कंपनी उभरते अवसरों को भुनाने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में है।

NDTV becomes a Pay channel, usual suspects call it attack on freedom of  expression by Modi govt

NDTV ने तय किया लंबा सफर 

बता दें, एनडीटीवी की स्थापना 1984 में अर्थशास्त्री प्रणय रॉय और पत्रकार राधिका रॉय, कोलकाता शहर के पति-पत्नी ने की थी। यह समाचार खंडों के लिए एक प्रोडक्शन हाउस के रूप में शुरू हुआ था। जब दूरदर्शन और अंतरराष्ट्रीय उपग्रह चैनलों द्वारा अनुबंधित टेलीविजन प्रसारण एक राज्य का एकाधिकार था। तब एनडीटीवी भारत में पहले स्वतंत्र समाचार नेटवर्क में परिवर्तित हो गया था। इसके बाद कंपनी ने 1998 में स्टार इंडिया के साथ साझेदारी में पहला 24×7 समाचार चैनल लॉन्च किया था।

2022 में अदानी ग्रुप को मिली हिस्सेदारी  

मालूम हो, नवंबर 2022 में, अदानी समूह ने एनडीटीवी में अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक खुली पेशकश शुरू की, जिसके परिणामस्वरूप 8% अतिरिक्त हिस्सेदारी का अधिग्रहण हुआ, जिससे मीडिया कंपनी में इसकी कुल हिस्सेदारी 37% से ऊपर बढ़ गई। दिसंबर 2022 में, राधिका और प्रणय रॉय ने समाचार नेटवर्क में अपनी 32.26 प्रतिशत हिस्सेदारी में से 27.26 प्रतिशत अदानी समूह को बेच दी, जिससे समूह 64.71 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा शेयरधारक बन गया।

नेटवर्क विस्तार करेगा एनडीटीवी

वहीं, अब एनडीटीवी अपने नेटवर्क का विस्तार करने का प्लान बना रहा है। हालांकि एनडीटीवी ने ये दावा किया है कि सालों से चले आ रहें खबरों के टेस्ट में कोई बदलाव नही किया जाएगा। लेकिन अब एनडीटीवी डिजिटल प्लेटफार्म पर एक बड़ा निवेश करेगा। जिसके बाद निष्पक्ष पत्रकारिता की राह और भी आसान हो जाएगी। इसपर संजय पुगलिया ने कहा कि कंपनी की निष्पक्ष रिपोर्टिंग ही बेजोड़ ब्रैंड है। उन्होंने कहा कि जब अधिकांश भारतीयों से पूछा जाता है कि उन्हें किस टेलीविजन या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भरोसा करना सबसे आसान लगता है, तो उनके लिए एनडीटीवी सूची में सबसे ऊपर आता है। एनडीटीवी को उस समय से संस्थागत विषय वस्तु विशेषज्ञता हासिल है जब भारत का उदारीकरण नहीं हुआ था।

स्वतंत्र रूप से आगे भी होगा संचालन

एनडीटीवी के पूर्णकालिक निदेशक संजय पुगलिया ने कहा कि एनडीटीवी के पास जर्नलिस्ट, राइटर्स, प्रजेंटर्स, आईटी प्रोफेशनल्स और बैकएंड सपोर्ट टीम का एक इको-सिस्टम है। पुगलिया ने उल्लेख किया कि एनडीटीवी में, नेटवर्क विशिष्ट रणनीतिक माध्यम से मौजूदा मंच का लाभ उठाता है। उन्होंने कहा कि एनडीटीवी की संपादकीय अत्यधिक स्वतंत्रत रूप से आगे भी संचालित होती रहेगी।

विषय वस्तु का होगा मूल्यांकन

उन्होंने आगे कहा कि कंपनी का संचालन एक स्वतंत्र निदेशक मंडल द्वारा किया जा रहा है, जहां प्रमोटर्स के पास न तो कोई सीट है और न ही नामित निदेशक है। इसे देखते हुए, खबरों को वैसे ही आगे बढ़ाया जाएगा, जैसी वह है, यानी समृद्ध कंटेंट जो राय, मानसिकता और परिप्रेक्ष्य के संदर्भ में दर्शकों की यथास्थिति को बदलने में मदद कर सकती है। एनडीटीवी पत्रकारिता के स्थायी सिद्धांतों का पालन करती रहेगी और अलग तरह की स्टोरीज को आगे बढ़ाएगी, निष्पक्ष नजरिए से विषयवस्तु का मूल्यांकन करेगी, बिना भेदभाव के मौजूदा सामाग्री देगा और सही राय के जरिए दर्शकों को सशक्त बनाएगी।

कंटेंट का होगा नेचुरल कस्टमाइजेशन 

संजय पुगलिया ने यह भी साझा किया कि एनडीटीवी आधुनिक डिजिटल प्लेटफार्मों में सबसे बड़ा निवेश करेगी। जो विश्व स्तरीय ऑडियो-विज़ुअल अनुभव प्रदान करेगा। यह पारंपरिक टेलीविजन-केंद्रित कंटेंट की तुलना में डिजिटल प्लेटफॉर्म-संचालित कंटेंट को बढ़ाएगा। जिससे तेजी से बदलती दुनिया के प्रति इसकी प्रौद्योगिकी प्रतिक्रिया का संकेत मिलेगा। ऐसा करने से आने वाले समय में एनडीटीवी, प्लेटफार्म की प्रकृति के अनुसार अपने कंटेंट को कस्टमाइज करेगा। यह कवायद न केवल सामान्य कंटेंट को  एक मंच से दूसरे मंच तक आगे बढ़ाएगा, बल्कि प्लेटफार्म की प्रकृति के अनुसार ही यह खुद को ढाल भी लेगा।

समय के साथ बदलता रहेगा एनडीटीव

उन्होंने कहा कि एनडीटीवी आशा, समृद्धि और अवसर को बढ़ाते हुए नए भारत के उद्भव का जश्न मनाएगा। नेटवर्क ताजी, विविधता, समावेशन और महिलाओं के दृष्टिकोण के आसपास कंटेट पेश करेगा। एनडीटीवी सुदूर ग्रामीण भारत के लिए उतना ही प्रासंगिक होगा, जितना कि प्रीमियम शहरी हॉटस्पॉट के लिए। ऐसा करके, एनडीटीवी अलग तरह के ताजा कंटेंट का अनुभव प्रदान करेगा। हमें आशा है कि समय के साथ एनडीटीवी बदल जाएगा। जो वैश्विक दर्शकों को भारतीय खबरों को एक नए और ताजा तरीके से बताएगा और वह भी ऐसे समय में जब दुनिया भारत की ओर देख कर रही है। एनडीटीवी दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश का सबसे अच्छा और निष्पक्ष चेहरा सभी को दिखाने को लेकर आशावादी है।

एनडीटीवी संचालित करता है 3 लाइव चैनल 

वर्तमान में एनडीटीवी तीन प्रसारण चैनल संचालित करता है, जिसमें दो समाचार चैनल और एक इंफोटेनमेंट चैनल शामिल है। कंपनी के पास तीन और चैनलों की हिस्सेदारी है जिन्हें संयुक्त उद्यमों के माध्यम से प्रबंधित किया जाता है। इसके अलावा इसकी सहायक सेवा सहायक कंपनियां हैं। जैसे एनडीटीवी लैब्स, एक अनुसंधान और विकास कंपनी जो विशेष रूप से समूह के भीतर उत्पादन प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए स्थापित की गई है। एनडीटीवी इमर्जिंग मार्केट्स, एक परामर्श फर्म जो एनडीटीवी समाचार के लॉन्च में सहायता के लिए स्थापित की गई है।

 

Also Read : 6 साल की हुई GST! वर्तमान में 39 करोड़ रजिस्टर्ड करदाता, 1.15 लाख करोड़ का कलेक्शन

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More