आजमगढ़: मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और भाजपा की नेता अपर्णा यादव ने अभी तक लोकसभा चुनाव में भले ही अपने जेठ अखिलेश यादव और जेठानी डिंपल के पक्ष में चुनाव प्रचार नहीं किया हो लेकिन इस बार वह अपने दूसरे जेठ धर्मेंद्र यादव के विरोध में आजमगढ़ में प्रचार करेंगी. बताया जा रहा है कि अपर्णा यादव कल दिनेश लाला यादव उर्फ़ निरहुआ के लिए कल रोड-शो करेंगी.
यादव परिवार के खिलाफ नहीं किया था प्रचार…
बता दें कि इस बार यादव परिवार से पांच लोग लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. अखिलेश यादव खुद अपनी पुरानी लोकसभा सीट कन्नौज, मुलायम सिंह की पैतृक सीट से डिंपल यादव, फ़िरोज़ाबाद से अक्षय प्रताप सिंह, बदायूं से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य और आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं. अपर्णा यादव ने कन्नौज, मैनपुरी, फिरोजाबाद और बदायूं में अपने परिवार के खिलाफ चुनाव प्रचार नहीं की किया था लेकिन अब वह धर्मेंद्र यादव के खिलाफ प्रचार करती दिखेंगीं.
मोदी लहर में जीती थी आजमगढ़ सीट…
बता दें कि 2019 में चली मोदी लहर में आजमगढ़ की सीट अखिलेश यादव ने जीती थी. लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अखिलेश यादव ने यह सीट छोड़ दी थी. यहाँ हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने धर्मेंद्र यादव को मौका दिया था लेकिन धर्मेंद्र यादव को भाजपा के दिनेश लाल यादव ने हरा दिया था. वहीँ, इस बार फिर एक बार दोनों प्रत्याशी आमने- सामने हैं.
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परिवार के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने की थी चर्चा…
बता दें कि पहले अपर्णा यादव को BJP मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारने की चर्चा थी. लेकिन अपर्णा के मना करने के बाद यह नहीं हो सका. अपर्णा ने कहा कि वह अपने परिवार का सम्मान करती हैं लेकिन उन्होंने अमेठी और रायबरेली में गांधी परिवार के सामने चुनाव लड़ने को लेकर तस्वीर साफ नहीं की थी, जिसके बाद कहा जाने लगा कि हो सकता है कि अपर्णा रायबरेली या अमेठी सीट से चुनाव में उतरें. हालांकि बीजेपी ने रायबरेली से गांधी परिवार के करीबी रहे दिनेश प्रताप सिंह को उतारा, जबकि अमेठी से मैदान में स्मृति पहले से ही थी.