10-10 रुपए के सिक्कों ने ले ली युवक की जान

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वैसे तो सैलरी मिलते ही लोगों के चेहरे पर ख़ुशी दौड़ जाती है, लेकिन कानपुर में एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी की मौत पगार देखते ही हो गई। दरअसल चौबेपुर के मोर डिटर्जेंट कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी की तनख्वाह 10-10 रुपए के सिक्के के रूप में मिली। जिससे सदमे आए कर्मचारी की हार्ट से मौत हो गई।

वेतन के तौर पर मिले सिक्के ने ले ली युवक की जान

शिवराजपुर के रहने वाले रामसिंह को सोमवार को वेतन मिला। उसे जो वेतन का भुगतान किया गया वह सिक्कों के रूप में था। राम सिंह ने सिक्के लेने से मन कर दिया। मैनेजर ने भी दो टूक कहा कि अगर नोट लेनी है तो वेतन बाद में मिलेगा।

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सिक्का लेकर घर पहुंचते ही आ गया हार्ट अटैक

दरअसल राम सिंह की पत्नी गर्भवती थी और उसे इलाज के लिए पैसों की जरुरत थी। हारकर रामसिंह ने सिक्का तो ले लिया लेकिन वह इस वजह से तनाव में आ गया। काम खत्म कर वह जब शाम को घर के लिए निकला तो राम सिंह को हार्ट अटैक आया और वह रस्ते पर ही गिर गया। आनन-फानन में लोगों ने उसे हॉस्पिटल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई।

फैक्ट्री मालिक से परिजन कर रहे मुआवजे की मांग

Detergent

राम सिंह के मौत की सूचना मिलते ही परिजनों के साथ उसके साथियों ने फैक्ट्री के बाहर मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को मुआवजे की बात कह कर किसी तरह उन्हें शांत कराया। पुलिस के मुताबिक राम सिंह की बीमारी के चलते मौत हुई है। सिक्कों की बात बेबुनियाद है दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। वहीं राम सिंह के साथी कर्मचारियों की मानें तो सिक्को को पाकर वह बहुत परेशान हो गया था। सोमवार सुबह जब राम सिंह अपना काम खत्म कर घर जाने के लिए निकला तो उसे अचानक हार्ट अटैक का आ गया और वह बेहोश होकर गिर पड़ा।

मैनेजर ने धमकी भरे लहजे में दी थी सिक्के लेने की चेतावनी

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कंपनी में काम करने वाले एक कर्मचारी राजेश ने बताया कि राम सिंह यहां करीब 15-20 साल से काम कर रहा था। वह पिछले कुछ दिनों से काफी परेशान चल रहा था। कल शाम को जब काम ख़त्म हुआ तो वह पैसे लेने के लिए उपतर गया। वहां उसने कहा कि सर ये सिक्के मत दो। हमें नोट दे दो तो बीवी का इलाज हो जाएगा। लेकिन मैनेजर ने कहा कि यही है लेना है तो ले वरना जाओ। राम सिंह सिक्के लेकर निकला और रस्ते में गश खाकर गिर गया। जब हॉस्पिटल लेकर गए तो डॉक्टरों उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं फैक्ट्री मैनेजर परशुराम पांडे ने कहा कि आधे सिक्के और आधे नोट में सैलरी तो सभी को मिल रही है। देश की मुद्रा का अपमान किए बिना सभी लोग सिक्का ले रहे हैं।

साभार- न्यूज18

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