सामाजिक पहलुओं को उजागर करता है मीडिया रिसर्च
मीडिया अपने रिसर्च में आम जनता को महत्वपूर्ण घटनाओं से परिचय कराता है और लोगों पर पड़े उसके प्रभावों का भी आंकलन करता है। जबकि मनुष्य के सामाजिक, व्यावहारिक पहलुओं को सामाजिक रिसर्च के द्वारा उजागर किया जाता है। रिसर्च का उद्देश्य मनुष्य के अंदर छिपे उस सकारात्मक सोच को सामने लाना होता है, जिसे इंसान देख नहीं पाता। मीडिया व सामाजिक रिसर्च में अनेक समानताओं के बावजूद इनमें कुछ अंतर भी हैं।
मीडिया व सामाजिक रिसर्च
मीडिया रिसर्च का मतलब समाचार पत्र, पत्रिका, समाचार समितियां, विज्ञापन, जनसंपर्क, रेडियों, टेलीविजन, इंटरनेट, निजी चैनल, संचार की पारंपरिक पद्धतियां आदि से संबंधित तथ्यों तथा घटनाओं के संदर्भ में ज्ञान प्राप्त करने से है। मीडिया रिसर्च तथ्यों व घटनाओं की जांच परीक्षण के लिए वैज्ञानिक पद्धतियां या प्रणालियों से की गई व्यवस्थित खोज है। जबकि सामाजिक रिसर्च का मतलब सामाजिक तथ्यों या घटनाओं से संबंधित ज्ञान प्राप्त करने के लिए की गई व्यवस्थित रिसर्च है।
उद्देश्य
मीडिया रिसर्च का उद्देश्य मनुष्य के सामाजिक व्यावहारिक पहलुओं को उजागर करना है। मीडिया रिसर्च में आम जनता को महत्वपूर्ण घटनाओं से परिचय कराना तथा लोगों पर पड़े उसके प्रभावों का भी आंकलन करना पड़ता है। मीडिया रिसर्च लोगों से संपर्क करके ही किया जा सकता है।
नई तकनीक का उपयोग
मीडिया रिसर्च में नई तकनीकों के प्रयोग के कारण इसका कार्य क्षेत्र अत्यंत व्यापक और विस्तृत होता जा रहा है। आज मीडिया रिसर्च नई-नई तकनीक का पर्याय बन चुका है, जबकि सामाजिक रिसर्च नई-नई तकनीक का प्रयोग कर रहा है। मीडिया रिसर्च, सामाजिक रिसर्च का अभिन्न अंग है, क्योंकि सामाजिक रिसर्च से ही मीडिया रिसर्च की उत्पत्ति हुई है। जबकि मीडिया रिसर्च द्वारा सामाजिक रिसर्च को नया स्वरूप और आयाम प्राप्त हुआ है।
महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराता है मीडिया
मीडिया रिसर्च हर वर्ग को महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराता है। मीडिया रिसर्च का क्षेत्र बहुत ही व्यापक और विस्तृत है। वह सिर्फ प्रशिक्षण संस्थानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समाज के विभिन्न संगठनों, संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं, उद्योगों तक अपना पैर फैला चुका है। जबकि अन्य संगठनों का दायरा अभी तक प्रशिक्षण संस्थाओं तक ही सीमित है।
रिसर्च में नए-नए प्रयोग
मीडिया रिसर्च जनसंचार और पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट उद्देश्यों के लिए की गई खोज है। मीडिया रिसर्च की स्थिति काफी विकसित है। इनके रिसर्च में सामाजिक रिसर्च की अपेक्षा अधिक दक्षता की आवश्यकता होती है। आज मीडिया रिसर्च में नित्य नए-नए प्रयोग हो रहे हैं, जबकि सामाजिक रिसर्च का ढांचा प्राय: निश्चित सा हो चुका है।
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