MEA: पाक की हिरासत में 6 भारतीयों की मौत, विदेश मंत्रालय ने कही ये बात
शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पिछले 9 महीने में पाकिस्तान की हिरासत में 6 भारतीय लोगों की मौत हुई है, जिसमें से 5 मछुआरे थे. इन सभी 6 लोगों ने अपनी सजा पूरी कर ली थी. भारत के द्वारा उनकी देश वापसी की अपील के बावजूद उन्हें गैरकानूनी ढंग से हिरासत में रखा गया.
अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय कैदियों की पाकिस्तान में कैद के दौरान मृत्यु के बढ़ते मामले चिंता का विषय है. भारतीय कैदियों की सुरक्षा का मुद्दा इस्लामाबाद में हमारे हाई कमीशन द्वारा बार-बार उठाया गया है. पाकिस्तान सरकार से अपील है कि सभी भारतीय कैदियों को तुरंत रिहा करके भारत भेजा जाए.
These incidents are alarming. The matter has been raised by our High Commission in Islamabad. Pakistan is duty bound to maintain the safety & security of Indian prisoners: MEA spox pic.twitter.com/Tcc4io3X9y
— ANI (@ANI) October 7, 2022
चीन के साथ सीमा पर विवाद को लेकर अरिंदम बागची ने कहा कि एलएसी पर डिसइंगेजमेंट के जो कदम जरूरी हैं, अभी उस स्थिति तक नहीं पहुंचे हैं. ऐसा कहना सही नहीं होगा कि स्थिति सामान्य है. कुछ सकारात्मक कदम हुए हैं, लेकिन कुछ कदम अभी शेष हैं. वहीं, कैलिफोर्निया में एक भारतीय मूल के परिवार की हत्या पर अरिंदम बागची ने कहा कि घटना चौंकाने वाली है. हमारा दूतावास परिवार के संपर्क में है. मर्सिड काउंटी की पुलिस मामले की जांच कर रही है. हम उन्हें हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं.
इसके साथ, इंडियाना (यूएस) छात्रावास में भारतीय मूल के छात्र की हत्या पर बागची ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. हमें बताया गया है कि अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है. हम घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं. उधर, म्यांमार में फंसे भारतीयों पर बागची ने कहा कि अब तक करीब 50 लोगों को बचा लिया गया है. हम दूसरों को भी वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं. हमारे पास म्यांमार में बंदी बनाए गए लोगों की सही संख्या नहीं है. हम वहां कई भारतीयों के संपर्क में हैं.
Around 50 people have been rescued so far. We are trying to get back others too. We do not have the exact number of people captive in Myanmar. We are in touch with many Indians there: MEA spokesperson Arindam Bagchi on Indians stuck in Myanmar pic.twitter.com/Fusu9tJo7r
— ANI (@ANI) October 7, 2022
यूके के पीएम के सचिव की एफटीए पर टिप्पणी को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि प्रवासन गतिशीलता महत्वपूर्ण तत्व है और इसके बारे में समझ है. जब भी विदेश में भारतीय नागरिक होते हैं, हम कानूनी प्रवासन को दृढ़ता से प्रोत्साहित करते हैं. हम यूके की ओर से इस पर स्पष्ट कार्रवाई दिखाने की उम्मीद करेंगे.
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