टोक्यो पैरालंपिक में भारत पर सोने- चांदी की बरसात, मनीष नरवाल ने स्वर्ण तो सिंहराज ने जीता रजत
एक तरफ जहां आज बैडमिंटन में दो पदक पक्के हुए हैं तो वहीं निशानेबाजी में भारत ने एक स्वर्ण और एक रजत पर कब्जा कर नया इतिहास रच दिया।
पैरालंपिक में भारत का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन जारी है। टोक्यो पैरालंपिक इस बार भारत पर जमकर सोने-चांदी की बरसात हो रही है। पैरा शूटिंग में भारतीय पैराशूटर्स ने कमाल कर दिया है। एक तरफ जहां आज बैडमिंटन में दो पदक पक्के हुए हैं तो वहीं निशानेबाजी में भारत ने एक स्वर्ण और एक रजत पर कब्जा कर नया इतिहास रच दिया।
मनीष नरवाल ने अपने नाम किया स्वर्ण पदक:
बता दें कि भारत के पैरा-शूटर मनीष नरवाल ने शूटिंग P4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल SH1 इवेंट में जहां स्वर्ण पदक अपने नाम किया, तो वहीं सिंहराज ने रजत पदक निशाना साधा। दरअसल क्वालिफिकेशन राउंड में 536 अंकों के साथ सिंहराज चौथे नंबर पर जबकि मनीष नरवाल 533 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रहे थे। मनीष नरवाल ने 218.2 का स्कोर कर पहला स्थान हासिल किया तो वहीं सिंहराज 216.7 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को लिए पदक जीतने वाले मनीष और सिंहराज को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया- टोक्यो पैरालिंपिक से गौरवपूर्ण प्रदर्शन जारी है। युवा और बेहद प्रतिभावान मनीष नरवाल की शानदार उपलब्धि। उनका स्वर्ण पदक जीतना भारतीय खेलों के लिए एक विशेष क्षण है, उन्हें बधाई। आने वाले समय के लिए शुभकामनाएं।
Glory from the Tokyo #Paralympics continues. Great accomplishment by the young and stupendously talented Manish Narwal. His winning the Gold Medal is a special moment for Indian sports. Congratulations to him. Best wishes for the coming times. #Praise4Para. pic.twitter.com/gGHUXnetWA
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2021
सिंहराज का यह दूसरा पदक:
गौरतलब है कि इस पैरालंपिक में 39 साल के सिंहराज का यह दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 में कांस्य पदक जीता था,जबकि अवनि लखेरा के पास भी दो पदक हैं। उन्होंने स्वर्ण के अलावा कांस्य जीता है। मौजूदा पैरालंपिक में भारत ने अब तक 15 पदक जीते हैं। भारत के खाते में अब 3 स्वर्ण, 7 रजत और 5 कांस्य पदक हैं। यह पैरालंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। रियो पैरालंपिक (2016) में भारत ने 2 स्वर्ण सहित 4 पदक जीते थे।
यह भी पढ़ें: मायावती बचपन में देखती थी IAS बनने का सपना, जानिये टीचर से CM बनने तक की कहानी
यह भी पढ़ें: शरिया कानून आखिर है क्या? किस प्रकार की सुनाई जाती है सजा?