IMS BHU में हुई बड़ी घटना, निदेशक ने लगाई फटकार
एक प्रतिबंधित जांच बाहर से कराने के मामले को इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस, बीएचयू ने गंभीरता से लिया है
IMS BHU में हुई बड़ी घटना, निदेशक ने लगाई फटकार
एक प्रतिबंधित जांच बाहर से कराने के मामले को इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस, बीएचयू ने गंभीरता से लिया है. सर सुंदरलाल अस्पताल के एक डॉक्टर ने एक महिला मरीज की टीबी गोल्ड जांच बाहर से कराने के लिए लिखा था, जबकि इस जांच को विश्वा स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा प्रतिबंधित किया गया है. यह खून से होने वाली एक जांच है. अस्पताल के एमसीएच (MCH) विंग में भर्ती एक गर्भवती महिला को प्रतिबंधित किए गए इस जांच को लिखने का मामला सामने आने के बाद आईएमएस (IMS) बीएचयू के निदेशक ने इसकी जांच कराई तथा एक्शन लेने की बात कही है.
IMS BHU के डॉक्टर को मिली चेतावनी
आईएमएस (IMS) बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने इस मामले को लेकर जुड़े डॉक्टर से स्पष्टीकरण माँगा है और साथ ही चेतावनी भी दी है कि भविष्य में इस तरह की कोई जांच ना लिखें. बीएचयू एमसीएच विंग के दूसरे फ्लोर पर भर्ती महिला कि बीते रविवार को डिलीवरी हुई है .
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खासी की समस्या होने पर लिखी थी जांच
महिला को खांसी कि समस्या थी. मरीज ने डॉक्टर से सलाह ली तो यहीं की एक लेडी डॉक्टर ने टीबी के लक्षण बताते हुए उसे टीबी गोल्ड जांच कराने के लिए लिख दिया. इसकी जांच बीएचयू में होती ही नहीं है. ऐसे में महिला के परिवार वालो ने लंका स्थित एक निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर 2400 रुपये खर्च कर जांच करवाई.
निदेशक ने करवाई अपने स्तर पर जांच
आईएमएस (IMS) बीएचयू निदेशक के अनुसार जब इस मामले की उन्होंने अपने स्तर पर जांच कराई तो एमसीएच (MCH) विंग में ही एक कंसल्टेंट डॉक्टर का नाम सामने आया. इसके बाद कंसल्टेंट डॉक्टर को बुलवाकर फटकार लगाई और इस पर तत्काल जवाब मांगा गया है और लिखित स्पष्टीकरण देने को भी कहा गया है.
Written By: Harsh Srivastava