जानें क्यों मनाई जाती है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, ये है सबसे बड़ा कारण !
जब-जब इस धरती पर पाप बढ़ेगा, भगवान विष्णु जन्म लेंगे और फिर से धर्म की स्थापना करेंगे। इसी तरह द्वापर युग में जब धरती पर पाप का घड़ा भरने लगा तो भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण रुप में अवतार लिया।
श्रीकृष्ण ने माता देवकी की कोख से इस धरती पर अत्याचारी मामा कंस का वध करने के लिए मथुरा में अवतार लिया था। श्रीकृष्ण का पालन पोषण माता यशोदा ने किया।
क्या है पूरी कहानी-
बात उस समय की है, जब कंस मथुरा का राजा था। कंस रिश्ते में श्री कृष्ण की मां देवकी के एक चचेरे भाई थे। वह अपनी बहन को तहे दिल से प्यार करता था और कभी भी उन्हें उदास नहीं होने देता था।
वह अपनी बहन की शादी में खुशी के साथ शामिल हुआ और आनंद लिया। इसके बाद जब वह अपनी बहन के ससुराल से घर जा रहा था, तभी आकाशवाणी हुई और उसे चेतावनी मिली कि ‘कंस, जिस बहन को तुम बहुत प्यार कर रहे हो, वह एक दिन तुम्हारी मृत्यु का कारण बनेगी। देवकी और वासुदेव का आठवां बच्चा तुझे मार डालेगा।’
जैसे ही, उसने चेतावनी सुनी, उसने अपने सैनिकों को अपनी बहन देवकी और उसके पति वासुदेव को कारागार में रखने के लिए आदेश दे दिया। उसने मथुरा के सभी लोगों के साथ क्रूरता से बर्ताव करना शुरू कर दिया।
उसने घोषणा करते हुए कहा कि मैं अपनी बहन के सभी बच्चों को मार दूंगा। उसकी बहन ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया, फिर दूसरा, तीसरा और फिर सातवां… जो कि कंस के द्वारा एक-एक करके मार दिए गए।
जब कृष्ण ने लिया जन्म…
बाद में देवकी अपने आठवें बच्चे को जन्म देने के लिए गर्भवती हुई अर्थात कृष्ण जी, जो कि (भगवान विष्णु का अवतार) थे। भगवान कृष्ण ने द्वापरयुग में मध्य रात्रि में श्रावण के महीने में अष्टमी (आठवें दिन) को जन्म लिया। उस दिन से इस विशेष दिन को कृष्णा जन्माष्टमी या कृष्णाष्टमी के त्योहार के रुप में मनाया जाने लगा।
श्रीकृष्ण भगवान विष्णु का वो अवतार हैं, जिन्हें हर घर में प्यार किया जाता है। नंदलाल, देवकीनंदन, माखनचोर, मधुसूधन, गोविंद, माधव अनेकों नाम से जाने जाने वाले श्रीकृष्ण सभी के दुलारे हैं। कृष्ण जन्मोत्सव को ही जन्माष्टमी के रूप में देशभर में मनाया जाता है।
दो दिन मनाई जाएगी जन्माष्टमी-
कई बार की तरह इस बार भी कृष्ण जन्माष्टमी दो दिन मनाई जाएगी। पिछले साल भी दो दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया गया था। अब इस बार भी जन्माष्टमी 11 अगस्त और 12 अगस्त को है।
दरअसल, पंचांग में भेद के कारण जन्माष्टमी का त्योहार दो दिनों में मनाया जाएगा। देश के कुछ हिस्सों में कृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त को तो कुछ हिस्सों में यह त्योहार 12 अगस्त को मनाया जाएगा।
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