बांग्लादेश से जाली नोटों को लाकर यूपी के जिलों में खपाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड अच्छेलाल चौरसिया उर्फ बच्चा को ATS की वाराणसी यूनिट ने पांडेयपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. एटीएस ने उसके कब्जे में 1 लाख 51 हजार जाली नोट बरामद किया है.
एटीएस के अधिकारी ने बताया कि अच्छेलाल चौरसिया बंगाल के मालदा क्षेत्र के जाली नोटों के सौदागरों के सम्पर्क में था. मालदा क्षेत्र के तस्कर जाली भारतीय मुद्रा बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय बार्डर से लाकर अच्छेलाल चौरसिया और उसके द्वारा बताये गये गिरोह के गुर्गों को देते थे.
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अच्छेलाल उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के महेशगंज थाना क्षेत्र के माधवपुर का निवासी है. उसने जाली नोटों की तस्करी के लिए बाकायदा गिरोह बना रखा है. वह गिरोह के लोगों के जरिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाली नोटों की आपूर्ति करता था. एटीएस इसके चार साथियों को पहले गिरफ्तार कर चुकी है. एटीएस अधिकारी के अनुसार उन चारों गुर्गों को जाली नोट देकर अच्छे लाल ने ही भेजा था. एटीएस ने तस्कर के खिलाफ लालपुर-पांडेयपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. एटीएस के अनुसार अच्छेलाल वर्ष 2007 से जरायम जगत में सक्रिय है. इसके खिलाफ मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा कोतवाली, प्रतागढ़, प्रयागराज, अम्बेडकर नगर और वाराणसी के थानों में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. वर्ष 2019 में प्रयागराज जिले के सिविल लाइन थाने की पुलिस उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर चुकी है.
गैंग के चार साथियों की पहले हो चुकी है गिरफ्तारी
गौरतलब है कि ATS ने पिछले मंगलवार को अच्छेलाल चौरसिया गिरोह के अम्बेडकर नगर जिले के टांडा कोतवाली के चिंतौरा के रहनेवाले विपिन गुप्ता और अंकुर मौर्य को 45 हजार जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था. इससे पहले इसी गिरोह के दीपक कुमार और चंदन सैनिक को 27 जनवरी को 97 हजार 500 जाली नोटों के साथ पकड़ा था. यह दोनों प्रतागपढ़ के रानीगंज के निवासी हैं. गिरोह के चार सदस्यों ने एटीएस की पूछताछ में बताया था कि उन्हें जाली नोट अच्छेलाल देता है और वही गिरोह का सरगना है. इसके बाद से एटीएस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल फैला दिया. सात फरवरी की देर रात वह पांडेयपुर क्षेत्र में आया और ATS के बिछाए गए जाल में फंस गया.