Laapata Sitaare: क्या धर्म परिवर्तन बना आयशा टाकिया के कैरियर डूबने की वजह ?

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Laapata Sitaare: मुंबई की मायानगरी में हर कोई एक ब्रेक मिलने की जद्दोजहद में लगा रहता है. हजारों आंखें हर रोज रेड कार्पेट पर उतरने का ख्वाब की नींद सोती है और दूसरी सुबह फिर एक नए काम की तलाश में जगती है. सालों-साल यह सिलसिला यूं ही चलता रहता है. ऐसे में कुछ को मंजिल मिलती है और कुछ बस सफर में ही रह जाते हैं. लोग इन लोगों को बदकिस्मत कहते हैं, लेकिन बॉलीवुड में एक हिस्सा और भी है जो इन से भी ज्यादा बदकिस्मत है. वह हिस्सा ऐसे सितारों का है जिनकी किस्मत रंग लाई और ब्रेक भी मिला. यहां तक उन्होंने हिट फिल्म भी या यूं कहे कि ब्लाकबस्टर फिल्म भी दी. लेकिन फिर भी उनकी किस्मत का सूरज उग न पाया और वे बॉलीवुड की चमचमाती इंड्रस्टी में कहां गुम हो गए किसी को खबर भी नहीं…

जर्नलिस्ट कैफे की इस सीरिज में हम ऐसे ही लापता सितारो की बात करने जा रहे हैं, जो हिट फिल्म देने के बाद अपनी किस्मत के सूर्य का उदय नहीं कर पाए और बॉलीवुड की इस भीड़ में कहीं लापता हो गए. आज वे कहां हैं ,किस हाल में हैं शायद ही कोई जानता हो. इस कड़ी के आठवें एपिसोड में आज हम बात करने जा रहे हैं फिल्म टॉर्जन दी वंडर के डेब्यू करने वाली अभिनेत्री आयशा टाकिया के बारे में…

14 साल की उम्र से शुरू किया था कैरियर

शायद ही कोई ऐसा होगा जो आयशा टाकिया को नहीं जानता होगा. बेशक उन्होंने बॉलीवुड में बहुत कम समय तक ही काम किया हो, लेकिन इस दौरान उन्होंने एक अच्छी प्रसिद्धी हासिल की थी. इस दौरान उन्होंने न सिर्फ दिग्गज अभिनेताओं के साथ काम किया बल्कि एक से एक हिट फिल्में भी दी जिससे लोग उन्हें काफी पसंद भी करते थे. वहीं इन सब के बावजूद भी वह बॉलीवुड में अपने पांव सही ढंग से जमा न पायी और एक समय के बाद गुम हो गईं. आज वे कहां है , कैसी है , क्या करती हैं आइए जानते हैं….

साल 1986 में मुंबई में जन्मी आयशा टाकिया ने अपनी कैरियर की शुरूआत 14 साल की उम्र में फाल्गुनी पाठक के पॉप सॉन्ग ”मेरी चूनर उड़ जाए” से की थी. यह गाना काफी पसंद किया गया था या यूं कहें आज भी पसंद किया जाता है. इस गाने की लोकप्रियता ने आयशा को एक मॉडल के तौर पर अच्छी पहचान दिलाने का काम किया था. इसके बाद आयशा को कई सारे विज्ञापन और फैशन शो में काम करने का मौका मिला. मॉडल में पांव जमाती आयशा को इसी दौरान साउथ की फिल्में करने का मौका मिला. इसके साथ ही आयशा ने फिल्म जगत में अपना पहला कदम रखा.

साउथ में बेहतर प्रदर्शन की वजह से साल 2004 में उन्हें अजय देवगन स्टारर फिल्म टॉर्जन दी वंडर कार करने का मौका मिला और इस फिल्म के साथ उन्होंने अपने को बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म में आयशा के काम को काफी सराहना मिली, जिसकी वजह से इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड और आईफा अवॉर्ड स्टार डेब्यू ऑफ द ईयर फीमेल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.

इस वजह से छोडा फिल्म जगत

 

इस सफलता के बाद आयशा के बाद कई सारी बड़ी फिल्मों के ऑफर आना शुरू हो गए. इनमें शादी नम्बर वन, सोचा न था, यूं होता तो क्या होता, डोर , कैश, सलाम-ए-इश्क, संडे, दे ताली और वांटेड जैसी फिल्में करने का मौका मिला था. लेकिन वांटेड के हिट होने के बावजूद भी न जाने क्यों आयशा के कैरियर का ग्राफ गिरना शुरू हो गया था. ऐसे में लगातार गिरते कैरियर की ग्राफ की वजह से धीमे-धीमे उन्हें काम मिलना भी बंद हो गया और मजबूरन उन्होंने फिल्म जगत से दूरी बनानी शुरू कर दी.

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धर्म परिवर्तन कर बनी आयशा आजमी

इसके बाद साल 2009 में खबर आयी कि, आयशा टाकिया ने समाजवादी नेता आबू आजमी के बेटे फरहान आजमी से शादी कर ली. वहीं कुछ रिपोर्ट का दावा है कि, शादी के बाद आयशा ने अपना धर्म परिवर्तन भी कर लिया है. उन्होंने हिन्दू धर्म को छोड़ मुस्लिम धर्म स्वीकार लिया है.

इतना ही नहीं आयशा ने धर्म परिवर्तन के साथ ही अपना नाम आयशा टाकिया से आयशा आजमी कर लिया. शादी के बाद उन्होंने साल 2011 में मोड़ फिल्म से कम बैक किया था, जो कुछ खास चल नहीं पाई थी. इसके बाद उन्होंने पूरी तरह से फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली. बात करें पर्सनल लाइफ की तो, आयशा इन दिनों अपने पति का बिजनेस संभालती है और उनका एक बेटा मिकाइल है. हालांकि, वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं.

 

 

 

 

 

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