जैसे शरीर को हेल्दी रखने के लिए हमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की जरुरत होती है वैसे ही हमें फाइबर की जरूरत भी होती है। क्यूंकि फाइबर हमरे शरीर में कोलस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है साथ ही यह भोजन को पाचन प्रणाली से निकलने में मदद करने के साथ-साथ जरूरी मात्रा में मल निकाल कर शरीर को स्वस्थ्य बनाता है। फाइबर की कमी पेट ही नहीं अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी खड़ी कर सकती है। फाइबर एक तरह का कार्बोहाइड्रेट ही होता है जो पेट में आसानी से नहीं पचता है। ये कार्ब्स छोटे-छोटे कणों में टूट कर शुगर के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। शरीर में फाइबर की कमी होने पर शरीर में कई लक्षण दिखाई देते हैं।
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फाइबर की कमी से हमारे शरीर में होते है ये लक्षण:
1. होती हैं कब्ज की समस्या: डाइट में फाइबर की कमी कब्ज का कारण बन सकती है। कब्ज होने पर व्यक्ति को मलत्याग करने में परेशानी,गैस, एसिडिटी होने लगती है। कई दिनों तक कब्ज की प्रॉब्लम बनी रहे, तो ऐसे में पाइल्स भी हो सकती है। कब्ज की समस्या होने पर फाइबर की अच्छी मात्रा वाले खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करें।
2. ब्लड शुगर स्तर में बदलाव
शरीर में फाइबर की कमी होने पर ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। डायबिटीज के मरीजों में वजन बढ़ने की सबसे प्रमुख वजह डाइट में फाइबर की कमी होती है। जब आप पर्याप्त मात्रा में फाइबर की प्रचुर मात्रा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं तो इससे आपका वजन भी संतुलित रहता है और ब्लड शुगर का स्तर भी ठीक रहता है।
3.पाचन तंत्र आ सकती है कमजोरी
शरीर में यदि पानी की कमी हो जाती है तो पाचन से जुड़ी कई समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है, इसके वजह से पाचन तंत्र से जुड़ी कई समस्या भी उत्पन्न हो सकती है इसलिए फाइबर युक्त चीजों का सेवन अवश्य सेवन करें।
4.वेट बढ़ना
शरीर में फाइबर की कमी हो जाती है तो व्यक्ति का वेट भी बढ़ सकता है, फाइबर युक्त चीजों के सेवन से लंबे समय तक पेट भरा हुआ रहता है, वहीं बार-बार भूख का अहसास भी नहीं होता है, इसलिए जिन व्यक्तियों का वेट कम होता है उन्हें फाइबर युक्त आहार के सेवन की सलाह दी जाती है।
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-ये करने से होता है इसमें आराम:
साबुत अनाज खाएं:
गेहूं, जौ, मक्का, ब्राउन राइस, ब्लैक राइस, बाजरा, जई जैसे अन्य साबुत अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें. इनमें फाइबर तो होता ही है, विटामिन बी, मिनिरल्स, एंटीऑक्सिडेंट्स, प्रोटीन, कॉपर, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्व भी होते हैं. मात्रा की बात करें तो सौ ग्राम साबुत गेंहू में लगभग सात ग्राम फाइबर होता है.
-दालें और बीन्स भी लें डाइट में:
फाइबर के लिए आपको अपनी डाइट में दालों को शामिल करना चाहिए. इसके साथ ही चना, मसूर, राजमा, मटर जैसे बीन्स का सेवन भी ज़रूर करना चाहिए. इसमें फाइबर के साथ फोलेट, विटामिन्स, मैंगनीज़, प्रोटीन और आयरन जैसे पोषक तत्व भी आपके शरीर को मिलेंगे. सौ ग्राम दाल में लगभग पांच ग्राम फाइबर होता है. इसलिए कम से कम एक कटोरी दाल का सेवन तो आपको हर रोज़ करना चाहिए.
-एवोकाडो, नाशपाती, रास्पबेरी और केला खाएं:
अपनी डाइट में एवोकाडो, नाशपाती और रास्पबेरी फल को ज़रूर शामिल करें. ये फाइबर के अच्छे सोर्स हैं. सौ ग्राम एवोकाडो में लगभग 6.7 ग्राम, नाशपाती में 3.1 ग्राम, एक कप रास्पबेरी में 8 ग्राम और सौ ग्राम केले में 2.6 ग्राम फाइबर होता है.
-ड्राई फ्रूट्स और नट्स:
फाइबर के लिए आप पिस्ता, बादाम, अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स और मूंगफली को अपनी डाइट में शामिल करें. इनमें फाइबर पर्याप्त मात्रा में होता है. सौ ग्राम मिक्स्ड ड्राई फ्रूट्स और नट्स में लगभग 7 ग्राम फाइबर होता है. ये आपके शरीर को पोषण तो देता ही हैं, आपके हाज़मे (Digestion) को भी दुरुस्त रखता है