जिला अस्पताल की बदहाली दिखाने पर पत्रकार से की गुंडई…

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मीडिया से सच दिखाने की चाह रखने वाले समाज को उनका सच दिखाना रास नहीं आता है. ऐसा एक मामला सामने आया कानपुर देहात से, जहां पर जी न्यूज यूपी – यूके के संवाददाता के साथ जिला अस्पताल में बदसलूकी की गई है. पत्रकार ने आरोप लगाया है कि वह जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं से घिरे अस्पताल प्रबंधन का सच दिखाने के लिए पहुंचा था, जिस दौरान उसके साथ बदसलूकी की गई. इतना ही पत्रकार का कैमरा बंद करवाकर उसके साथ अभद्रता की गई है.

पीड़ित पत्रकार आलोक त्रिपाठी ने भड़ास मीडिया से बातचीत के दौरान बताया है कि ”अस्पताल में सीएमएस ने अपने साथ प्राइवेट सिक्योरिटी तैनात कर रख है. वह अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं की रिपोर्टिंग करने गए तो, सीएमएस के सुरक्षा गार्डों ने उसके साथ बदसलूकी की है.”

पीडित पत्रकार ने दी ये जानकारी

पीड़ित पत्रकार आलोक त्रिपाठी ने भड़ास मीडिया से बातचीत इसके आगे बताया है कि,”जिला अस्पताल में जब रियल्टी चेक करने पहुंचे तो 9 बजे तक ओपीडी में एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था. मरीजों की भारी भीड़ मौजूद थी. जिले के कोने-कोने से आए मरीज़ घंटों तक डॉक्टर के इंतजार में दर्द से कराह रहे थे. जब मैंने कवरेज करना शुरू किया तो जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ खालिद रिज़वान कई सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ आए और उनका कैमरा बंद कराने के बाद अभद्र व्यवहार किया. मैंने डीएम कानपुर देहात के नंबर पर कॉल कर उन्हें पूरी जानकारी दी. इसके बाद क्षेत्रीय थाने में फोन किया. पुलिस के आने के बाद ही मैं वहां से निकल पाया. मैंने शिकायती पत्र थाने में भी दिया है.”

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पत्रकार मोहित कश्यप ने कही ये बात

वहीं इस मामले में कानपुर देहात के पत्रकार मोहित कश्यप ने भड़ास मीडिया से बातचीत में कहा है कि, ”कानपुर देहात के जिला अस्पताल की व्यवस्था काफी खराब है. यहां पर मरीजों को किसी घास – फूस की तरफ समझा जाता है. मरीजों को ढंग से बैठने की जगह तक नहीं मिलती है. सच्चाई दिखाने पर पत्रकारों से बदतमीजी की जाती है.”

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