नर्सरी नहीं, फुटबाल फैक्ट्री बन गया है पूर्वोत्तर भारत
मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थनहवला ने भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र अब सिर्फ फुटबाल की नर्सरी नहीं है बल्कि फैक्ट्री बन गया है और अब इस खेल में देश का नेतृत्व करता है।
थनहवला ने साथ ही कहा कि सिर्फ उनका राज्य ही नहीं बल्कि मणिपुर और असम ने वर्षो से राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व किया है।
अपने राज्य के फुटबाल क्लब आइजोल एफसी के शानदार प्रदर्शन से लाल थनहवला काफी खुश हैं। आइजोल भारत के पा्रथमिक फुटबाल टूर्नामेंट- आईलीग का विजेता बनने की कगार पर है। अगर वह ऐसा करने में सफल होता है तो वह पूर्वोत्तर का पहला क्लब होगा जो इस टूर्नामेंट को जीतेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं बाइचुंग भूटिया के विचारों से सहमत हूं। पूर्वोत्तर का क्षेत्र अब सिर्फ नर्सरी नहीं रह गया है, यह फैक्ट्री में तब्दील हो गया है। सिर्फ मिजोरम ही नहीं पूरा पूर्वोत्तर, चाहे मणिपुर हो या असम सभी राज्यों में अच्छे फुटबाल खिलाड़ी हैं।”
कोलकाता के दिग्गज क्लब मोहन बागान को शनिवार को 1-0 से हराने के बाद आइजोल आईलीग के खिताब से महज सिर्फ एक ड्रॉ मैच की दूरी पर है।
आई-लीग में 10 टीमों की अंकतालिका में आइजोल की टीम शीर्ष स्थान पर है। आइजोल के अभी तक 17 मैचों में 36 अंक हैं। शनिवार को मिली हार के बाद मोहन बागान 33 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है।
अगर आइजोल रविवार को होने वाले अपने अगले मैच में शिलांग लाजोंग एफसी के खिलाफ ड्रॉ भी खेल लेता है तो वह खिताब अपने नाम कर लेगा। लेकिन अगर वो हार जाता है तो उसे फिर उम्मीद करनी होगी कि चेन्नई एफसी मोहन बागान को हरा दे।
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ललथनहवला ने कहा, “स्वाभविक तौर पर मैं बेहद खुश हूं। मेरी टीम ने संतोष ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। यह पहली बार नहीं था। राज्य में मौजूद हर शख्स अपनी टीम का समर्थन करता है। आज के दौर में फुटबाल मिजोरम के लड़कों के लिए प्राथमिकता है।”
उन्होंने कहा, “मुझे अपनी टीम पर गर्व है। मैं इसके लिए आइजोल एफसी के मालिस रोबर्ट रोमाविया रोयटे को भी श्रेय देता हूं। उन्होंने इस क्लब में अपना समय, पैसा और ऊर्जा लगाई हैं और यह सब मिजोरम फुटबाल संघ (एमएफए) के समर्थन से हुआ है।”
उन्होंने कहा, “यह मिजोरम के लिए जीत ही है। दूसरे राज्य क्या सोचते हैं, मैं यह नहीं जानता। लेकिन पूरा पूर्वोत्तर इससे खुश होगा। अगर कोई एक राज्य किसी चीज में सफल होता है तो इससे पूरा पूर्वोत्तर खुश होता है। अगर मेरे पड़ोसी राज्य किसी चीज में सफल होते हैं तो मैं स्वाभाविक तौर पर खुश होऊंगा।”
सरकार द्वारा प्रदान की जा रहीं सुविधाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने फुटबाल के लिए छह एस्ट्रो टर्फ मैदान बनाए हैं और अभी एक बन रहा है। हमारी योजना सभी जिला मुख्यालयों में दो हॉकी के मैदान और इंडोर स्टेडियम बनाने की है।”
उन्होंने कहा, “जब मैं 2008 में वापस मुख्यमंत्री बना तो मैं खुशनसीब था कि मेरे पास जोडइनट्लुंगाना जैसे खेल मंत्री थे। वह इन सभी संरचना के पीछे की वजह हैं। हमारे यहां सभी जिला मुख्यालयों में बॉक्सिंग हॉल हैं।”
युवा प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए सरकार के प्रयासों को बताते हुए ललथनहवला ने कहा, “पहले हॉकी राज्य में नंबर एक खेल हुआ करता था, लेकिन इस समय फुटबाल सबसे ऊपर है। समाजिक तौर पर यह बालक-बालिकाओं को प्रोत्साहित करेगा। हमारे राज्य की लड़कियां भी अच्छा खेल खेल रही हैं।”
उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान इस समय जमीनी स्तर पर सुधार करने पर है जो किसी भी पेशेवर खिलाड़ी को तैयार करने की पहली सीढ़ी होती है।”
उनसे जब पूछा गया कि क्या समाज में फुटबाल बदलाव का कारण हो सकता है तो उन्होंने कहा, “इस देश में क्रिकेट बहुत लोकप्रिय है। इसी तरह फुटबाल भी काफी समय से लोकप्रिय है।”
उन्होंने कहा, “लेकिन मुझे याद है हमारे पास पहले मैदान नहीं थे। जब भी हमें मिजोरम से बाहर जाना पड़ता था तो हमें दूसरे अच्छे मैदान पर खेलने से फायदा मिलता था।”
पांच बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके लाल थनहवला का कहना है कि पूर्वोत्तर के बाकी राज्य आर्थिक तौर पर मिजोरम से ज्यादा मजबूत हैं।
उन्होंने कहा, “हम किसी का समर्थन नहीं कर सकते। हम सिर्फ हौसलाअफजाई कर सकते हैं। पूर्वोत्तर के अन्य राज्य मिजोरम से आर्थिक तौर पर ज्यादा मजबूत हैं। मिजोरम ऐसी जगह है, जहां आपको एक फुटबाल मैदान बनाने के लिए करोड़ों रूपये की जरूरत होगी।”