गर्मी में पित्त दोष की वजह से हो रही है पेट में दिक्कत तो, अपनाएं ये 6 घरेलू उपाय…

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आयुर्वेद कहता है कि शरीर में पित्त, कफ और वात का संतुलन होना बहुत महत्वपूर्ण है. जब इनमें से कोई भी प्रकृति असंतुलित होती है, तो विविध रोग उत्पन्न होते हैं. आज हम बात कर रहे हैं गर्मी में पित्त दोष को कम करने के तरीके के बारे में, क्योंकि, जैसे-जैसे मौसम में गर्मी बढ़ती है, शरीर भी गर्म होने लगता है. इससे पेट में जलन और एसिडिटी हो सकती है. इससे शरीर में पित्त दोष उत्पन्न होता है. शरीर में पित्त बढ़ने के लक्षणों में मुंह में छाले, गले में सूजन, अधिक थकान, बहुत ज्यादा गुस्सा आना और ठंडी चीजें खाने की इच्छा होती है. ऐसे में आयुर्वेदाचार्यों द्वारा गर्मी के मौसम में पित्त रोग से निजात के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करके आप पित्त दोष से होने वाले रोग से छुटकारा पा सकते हैं, आइए जानें कौन से हैं वे उपाय….

पित्त दोष से निजात के लिए अपनाएं ये उपाय

1. गर्मी में हाइड्रेंट रहें

पित्त को शांत रखने के लिए खुद को हाइड्रेंट रखना बहुत महत्वपूर्ण है. इसके लिए आपको हर दिन आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए. नारियल पानी और तरबूज का रस अपनी डाइट में शामिल करें. गुलाब का शरबत, ककड़ी और खीरा भी गर्मी में आपको हाइड्रेंट रखने में मदद करते हैं. आपको हाइड्रेंट रखने के लिए नींबू पानी पीना भी अच्छा है. इससे शरीर ठंडा होगा और पेट गर्म रहेगा.

2.मसालेदार भोजन से करें परहेज

गर्मियों में मसालेदार, मिर्च और नमकीन खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये सभी बातें शरीर में पित्त को असंतुलित करती हैं. इसके अलावा रेड वाइन और रेड मीट भी शरीर को गर्म करते हैं. इसलिए आपको गर्म भोजन से पूरी तरह से बचना चाहिए. गर्मियों में भी गर्म भोजन से बचें, थोड़ा ठंडा होने पर खाना खाएं.

3. कसैला और मीठा खाना खाएं

गर्म और खट्टा खाना पित्तए को बढाता है. मीठा, ठंडा और कसैला भोजन सब पित्त को शांत करते हैं. इसके लिए आप दूध, दही, घी, खीरा, सेब, नाशपाती, तरबूज आदि को अपने खाने में शामिल कर सकते हैं. गर्मियों में शतावरी और ब्रोकोली भी खाना अच्छा है. पित्त को शांत करने के लिए लंच में पत्तेदार साग खाने से फायदा मिलेगा. गर्मी में पित्त को शांत रखने के लिए फलों और सब्जियों का अधिक सेवन करें.

4. 10 बजे से 3 बजे तक धूप से दूर रहना

हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी देने के लिए धूप बहुत महत्वपूर्ण है. दोपहर की धूप गर्मियों में पित्त को बढ़ा सकती है. इसलिए गर्मियों में 10 बजे से 3 बजे तक धूप से दूर रहना चाहिए. गर्मी में बाहर जाते समय सूती कपड़े पहनें, इससे त्वचा स्वतंत्र होगी. साथ ही हल्के रंग (सफेद, नीला, हरा या ग्रे) के कपड़े पहनें. अपने सिर को टोपी से भी ढकें.

5. शाम को चलना चाहिए

शाम को टहलने जाना चाहिए क्योंकि गर्मियों की धूप पित्त को बढ़ाती है. शाम को पित्त को संतुलित करने के लिए आप समुद्र तट या ठंडी हरी घास पर घूम सकते हैं. चंद्रमा की ठंडी रोशनी पित्त दोष को दूर करती है.

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6. प्राणायाम करें

गर्मियों में भारी व्यायाम और योगासन से बचना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में पित्त दोष का विकास हो सकता है. गर्मी के मौसम में आप पित्त को शांत करने के लिए प्राणायाम कर सकते हैं. गर्मियों में आप कपालभाति या शीतली प्राणायाम कर सकते हैं. आप भी कोबरा पोज कर सकते हैं. इससे शरीर मेंपित्त को संतुलित रखेगा. गर्मी में पित्त को संतुलित रखने के लिए अधिक मसालेदार भोजन और गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों (जैसे अदरक और लहसुन) से बचना चाहिए. इसके बजाय आपको अधिक मात्रा में ठंडे खाद्य पदार्थों और लिक्विड डाइट खाना चाहिए.

 

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