…तो गाजियाबाद के चार विधायक लौटाएंगे सुरक्षा
सीएम योगी गाजियाबाद (Ghaziabad) दौरे पर थे। सीएम योगी आदित्यनाथ मिशन-2019 के लिए पश्चिमी यूपी में जीत का आधार तैयार करने को सोमवार को गाजियाबाद में थे। सीएम ने पार्टी जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को जीत का मंत्र दिया और चले गए।
नंदकिशोर पर रविवार रात हमला भी हुआ था
अफसरशाही से खफा चल रहे बीजेपी विधायक इससे और नाराज हो गए। सीएम के जाते ही विधायकों ने बंद कमरे में मीटिंग की। सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर की सुरक्षा घटाने को लेकर थी। नंदकिशोर पर रविवार रात हमला भी हुआ था। सूत्रों के अनुसार, विधायकों ने तय किया है कि वे सीएम से लखनऊ में मिलेंगे। बात नहीं सुनी गई तो गाजियाबाद के चार विधायक सुरक्षा वापस कर देंगे।
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पार्टी सूत्रों के अनुसार, सीएम की बैठक में पश्चिमी यूपी के 19 जिलों के 14 सांसदों और 59 विधायकों (एमएलए और एमएलसी) को बुलाया गया था। कहा गया था कि सीएम अधिकारियों के बारे में फीडबैक लेंगे। बताया जा रहा है कि पार्टी के रणनीतिकारों को अंदेशा था कि कुछ सांसद-विधायक सीएम के सामने संगठन को लेकर नाराजगी जता सकते हैं। इसके चलते किसी को बोलने का मौका नहीं दिया गया। विधायकों ने तय किया था कि वे सीएम के सामने एसएसपी द्वारा नंदकिशोर के गनर वापस लेने का मामला भी उठाएंगे, लेकिन वह मौका ही नहीं आया।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर के पास चार सरकारी गनर थे
जब कुछ विधायकों ने अपनी बात कहने का प्रयास किया तो मुख्यमंत्री और संगठन मंत्री ने यह कहकर उन्हें चुप करा दिया कि अपनी बात लिखकर लखनऊ लाएं। इससे विधायक नाराज हो गए। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के पास चार सरकारी गनर थे। एसएसपी वैभवकृष्ण ने समीक्षा के बाद नियमानुसार विधायक को केवल एक ही गनर देने का निर्देश दिया था। इससे खफा होकर नंदकिशोर ने सभी गनर लौटा दिए थे। बाद में विधायक के समर्थन में क्षेत्र में एक पंचायत हुई, जिसमें कहा गया कि क्षेत्रवासी खुद अपने जनप्रतिनिधि की सुरक्षा करेंगे। नंदकिशोर ने सीएम से पुलिस के भ्रष्टाचार की शिकायत भी की थी।
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