प्रद्युम्न हत्याकांड: हरियाणा पुलिस ने नहीं…CBI ने किया ये बड़ा खुलासा

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प्रद्युम्न हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है। आज प्रद्युम्न की हत्या में एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है। CBI ने प्रद्युम्न हत्याकांड में एक नया खुलासा करते हुए प्रद्युम्न की हत्या के मामले में 11 वीं कक्षा के एक छात्र को हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि उसे बुधवार को  जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया।
हरियाणा पुलिस और CBI की जांच में फर्क
इस मामले में राज्य की पुलिस और CBI की जांच के अलग-अलग नतीजों के चलते लोगों ने अपनी राय देना शुरू कर दिया है। लोगों ने इस मामले की तुलना आरुषि हत्याकांड से करनी शुरू की है। पुलिस की जांच और CBI की जांच में काफी फर्क नजर आ रहा है।  जिससे CBI ने मामले की जांच कर बड़ा खुलासा किया है।
छात्र हत्या के वक्त बाथरूम में मौजूद था
हालांकि इस संबंध में अभी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। सीबीआई इस सिलसिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस छात्र को हिरासत में लिया गया है वह स्कूल का ही एक सीनियर छात्र है। मीडिया ने सीबीआई के अधिकारियों के हवाले से बताया है कि जांच एजेंसी को शक है कि यह छात्र हत्या के वक्त बाथरूम में मौजूद था।
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इस हत्याकांड की जांच में पॉर्नोग्रफी और प्रद्युम्न को सेक्‍सुअली असॉल्ट किए जाने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि कथित तौर पर हिरासत में लिए गए छात्र की भूमिका क्या थी, यह सीबीआई की ओर से आधिकारिक बयान जारी किए जाने के बाद ही पता चल पाएगा। इस बीच हिरासत में लिए गए छात्र के पिता ने अपने बेटे को फंसाए जाने का आरोप लगाया है।
बैग सहित स्कूल का दूसरा सामान जब्त किया था
उन्होंने कहा है कि उनके बेटे ने ही सबसे पहले स्कूल के टीचर और माली को प्रद्युम्न की हत्या की जानकारी दी थी। पिता के मुताबिक, उनसे और उनके बेटे से मंगलवार रात काफी देर तक सीबीआई के अधिकारियों ने पूछताछ की और फिर बेटे को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए गए छात्र के पिता ने बताया कि सीबीआई कई बार उनके घर जांच के लिए आई और बच्चे के स्कूल बैग सहित स्कूल का दूसरा सामान जब्त किया था।
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बता दें कि प्रद्युम्न हत्‍या मामले में गिरफ्तार किए गए स्कूल बस के ड्राइवर अशोक कुमार ने हत्या करने की बात कबूल जरूर की थी, लेकिन माना जा रहा था कि वह किसी के दबाव में था। बाद में उसने अदालत में ‘फंसाए’ जाने का आरोप भी लगाया था। प्रद्युम्न के माता-पिता ने भी शक जाहिर किया था कि उनके बेटे के मर्डर के पीछे किसी और का हाथ हो सकता है। प्रद्युम्न के माता-पिता हरियाणा पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं थे जिसके बाद हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने 15 सितंबर को मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
10 दिनों के अंदर फैसला लेने का दिया निर्देश
मामले में स्कूल प्रबंधन पर भी लापरवाही के गंभीर आरोप लगे थे। स्कूल के संचालन का जिम्मा प्रशासन ने अपने हाथों में ले लिया था। गौरतलब है कि 8 सितंबर को रायन इंटरनैशनल स्कूल के वॉशरूम में प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के बाद कई दिनों तक स्कूल को बंद रखा गया था और स्कूल में सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रबंधन पर सवाल उठ रहे थे। सोमवार को रायन ग्रुप के मालिक पिंटो परिवार को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई। सुप्रीम कोर्ट ने इसके साथ ही पंजाब और हरियाणा कोर्ट को इस मामले में 10 दिनों के अंदर फैसला लेने का निर्देश दिया था।
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