वाराणसी में रंगभरी एकादशी पर मंदिरों और बाजारों से सोने के आभूषण और कीमती सामान उड़ानेवाले अंतरराज्यीय चोरों, उचक्कों का गिरोह गुरूवार को कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इनमें चार महिलाएं और तीन पुरूष हैं. पुलिस ने इनके कब्जे से लक्जरी इकोस्पोर्ट कार, चोरी के सोने के गहने, मोबाइल और 2760 रूपये बरामद किये हैं. पूछताछ में इन शातिरों ने कई राज्यों और जिलों से चोरी व उचक्कागिरी की बात स्वीकार की है. डीसीपी काशी जोन ने इन शातिर चोरों व उचक्कों को मीडिया के सामने पेश किया. बताया कि यह चोर बड़े ही शातिर किस्म के हैं.
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गौतमबुद्ध नगर और हरियाणा के रहनेवाले हैं गिरोह के लोग
पकड़े गये गिरोह के पुरूष और महिलाओं में गौतम बुद्ध नगर के जेवर थाना क्षेत्र के लखन, इसकी पत्नी सुनीता, हरियाणा के पलवल जिले के कैम्प थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर के संतोष, टीटू उर्फ सहदेव, सिकंदरपुर की उर्मिला पत्नी लक्ष्मन, श्यामा पत्नी पप्पू, गीता पत्नी दिलीप हैं. इनके पास से 48 ग्राम की तीन सोने की चेन, 19 ग्राम का मंगलसूत्र, चार कीपैड मोबाइल आदि मिले हैं. यह सभी एक-दूसरे को जाननेवाले हैं. संगठित गिरोह बनाकर विभिन्न प्रातों और जिलों के मंदिरों, भीड़भाड़वाले बाजारों में चोरी और उचक्कागिरी करते हैं.
हरियाणा से कार लेकर आया था गिरोह
गिरोह का सरगना लखन है. गिरोह हाल ही में हरियाणा से कार लेकर वाराणसी आया था. रंगभरी एकादशी पर काशी के मंदिरों और मार्गों पर धक्कामुक्की के दौरान आभूषण और नकदी उड़ाए थे. मुखबिर की सूचना और सीसीटीवी कैमरों के जरिए इन्हें पकड़ा गया. गिरोह का पता था कि रंगभरी एकादशी को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर काफी भीड़ होती है. ऐसे में गिरोह ने अपनी कार पार्किंग में खड़ी कर दी थी और चोरियां कर रहे थे. आज ही शाम को इन्हें लौटना भी था. इससे पहले पकड़ लिये गये. इनके शौक भी निराले हैं. चार पहिया से किसी भी जिले में पहुंचकर होटलों में ठहरते हैं. हाव-भाव ऐसे बनाते हैं जिससे कोई इन पर शक नही कर पाता रहा कि यह चोरी और उचक्कागिरी जैसी घटिया हरकत भी करते हैं. पूछताछ में इन्होंने अपने गिरोह के अन्य लोगों के भी नाम बताए हैं. इन्हें गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में कोतवाली थाना प्रभारी राजीव सिंह, एसआई भोला मिश्र, पियूष कुमार, कांस्टेबल शिवम भारती और महिला कांस्टेबल लक्ष्मी और कोमल सिंह रहीं.