Explainer : बॉलीवुड की बॉयकॉट थिरेपी! विवादित फिल्मों को मिल रहें ज्यादा दर्शक

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फिल्मों को सुपरहिट बनाने के लिए फिल्म मेकर्स को काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं। कई बार एड़ी चोटी का जोर भी लगाना पड़ता है, मगर फिर भी फिल्म कामयाब नहीं हो पाती। ऐसे में अब फिल्म मेकर्स ने भी एक नया पैंतरा अपनाया है। अब फिल्म को हिट कराने के लिए मेकर्स ने बॉलीवुड में बॉयकॉट थिरेपी नाम की ट्रिक ढूंढ ली है। अब आप सोच रहें होंगे कि बॉलीवुड की बॉयकॉट थिरेपी क्या है? वर्तमान में बॉयकॉट थिरेपी अब बॉलीवुड फिल्मों के लिए रामबाण बन गया है। जिसे कई बड़े-छोटे फिल्म मेकर्स भी अपने विषयों में शामिल कर रहे हैं। आज हम आपको बॉलीवुड की बॉयकॉट थिरेपी के बारे में बताएंगे।

नकारात्मक प्रचार से हिट होती फिल्में

बॉलीवुड फिल्म  का बहुत बड़ा उद्योग है। हर साल बॉलीवुड में हजारों फिल्में बनती हैं। इनमें कुछ सुपरहिट होती हैं तो कुछ फ्लॉप होकर धड़ाम हो जाती हैं। वहीं कुछ फिल्में अपनी लागत निकालने भर की कमाई कर लेती हैं। इसके बाद भी कुछ ऐसी फिल्में होती हैं जो बनती तो हैं मगर सेंसर बोर्ड से कभी पास ही नहीं हो पाती हैं। ऐसी कई फिल्में हैं, जिन्हें दर्शकों ने आज तक नहीं देखा है। जिसका कारण है फिल्म के मुद्दों पर विवाद फैलना। इनमें से कुछ फिल्में तो विवादित विषयों के चलते विवाद का हिस्सा बनती हैं, लेकिन कुछ फिल्में अनावश्यक ही विवादों के घेरे में आ जाती हैं। इनमें कुछ ऐसी फिल्में भी हैं, जिन्होंने आज तक सिनेमाघरों का मुंह तक नहीं देखा है, जो सेंसर बोर्ड से ही वापस लौट गईं। जबकि कुछ फिल्में नकारात्मक प्रचार-प्रसार के कारण जबरदस्त हिट हो जातीं हैं। दरअसल यही बॉलीवुड की बॉयकॉट थिरेपी है।

बॉलीवुड की बॉयकॉट थिरेपी

बॉलीवुड फिल्म उद्योग का विवादों  से पुराना नाता रहा है। पहले भी फिल्में विवादों में उलझी रहती थीं। हालांकि तब फिल्मों के विवाद की वजह आज के विवाद से बिलकुल अलग होती थी। पहले सेंसर बोर्ड फिल्मों को अश्लीलता, हिंसक, मानहानि, भेदभाव जैसे विषयों को लेकर विवाद उत्पन्न करने के लिए बैन करता था। लेकिन मौजूदा समय की बात करें तो अब फिल्मों के विवादों का विषय बदल गया है। अब फिल्म मेकर्स ने बॉलीवुड में बॉयकॉट थिरेपी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। इसमें जिस फिल्म का सबसे ज्यादा विरोध किया जाता है, उस फिल्म को उतने ही दर्शक मिल जाते हैं। यही बॉलीवुड की बॉयकॉट थिरेपी है। इससे मेकर्स को फिल्म का ज्यादा प्रचार भी करना नही पड़ता, ऐसे फील्मों को दर्शक खुद ही बॉयकॉट करने के लिए प्रमोशन करते हैं। जिससे फिल्म बॉयकॉट तो नहीं होती, लेकिन ज्यादा दर्शक मिलने से हिट जरूर हो जाती है।

ऐसे हिट होती है विवादित फिल्म

बॉलीवुड फिल्मों के विषय में भी मेकर्स ने बदलाव कर दिया है। अभी तक फिल्मों में काल्पनिक कहानी रोमांच भर कर परोसा जाता रहा है। लेकिन अब फिल्म मेकर्स ने फिल्मों के विषय के चयन के लिए उन मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जिनका लोग विरोध करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जबतक मेकर्स ऐसे विवादित विषयों पर फिल्में नहीं बनाएंगे तब तक फिल्म को बॉयकॉट करने की मांग भी नहीं होगी। मौजूदा समय में बॉलीवुड में ज्यादा फिल्में धार्मिक मुद्दों पर बनाई जा रही हैं। इन फिल्मों में किसी ना किसी धर्म की आस्था पर चोट की जा रही हैं और यहीं से फिल्म को बॉयकॉट करने की तैयारी शुरू हो जाती है। फिर आगे की जिम्मेदारी सोशल मीडिया सम्भाल लेता है। यहां पर बड़े पैमाने पर फिल्म का निगेटिव प्रचार किया जाता है। इससे लोगों में विवादित फिल्म को देखने की उत्कंठा जागती है। फिर फिल्म को बड़ी संख्या में ज्यादा दर्शक मिल जाते हैं।

विवादित मुद्दों पर मिल रहें ज्यादा दर्शक

मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि फिल्म जितना विवादित होती है, उतना ही फिल्म क्राउड को आकर्षित करने में सफल रहती है। इस साल कई बड़ी फिल्में आई हैं, जो विवादित होने के बाद भी सुपरहिट हो गईं। हालांकि इन फिल्मों में कॉन्टेंट और कॉन्सेप्ट दोनों ही कुछ खास नही था। फिर भी फिल्म ने अपने बजट से बढ़कर कमाई की। इन फिल्मों को खूब बॉयकॉट किया गया। इसके बाद भी इन फिल्म को सिनेमाघरों में भर-भर कर दर्शक मिलें हैं। इन फिल्मों में शाहरुख खान की पठान, अनुपम खेर की द कश्मीर फाइल्स, अदा शर्मा की द करेला स्टोरी और कृति सेनन-प्रभास की आदिपुरुष का नाम शामिल हैं।

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बॉयकॉट के बाद इन फिल्मों ने की कमाई

फिल्म जितना विवाद में घिरती है, उतनी ही कमाई भी करती है। इस बात अब मुंह नहीं मोड़ा जा सकता है। हाल ही मे फिल्म आदिपुरुष ने एक ऐसा ही उदाहरण पेश किया है। इससे पहले फिल्म पठान ने भी विवाद के बाद कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे।

  1. आदिपुरुष  – इस फिल्म ने 7.25 करोड़ का बिजनेस किया था. बॉक्स ऑफिस वर्ल्डवाइड की रिपोर्ट के मुताबिक प्रभास की फिल्म आदिपुरुष का हिंदी कलेक्शन लाइफटाइम 143 करोड़ है. ये फिल्म 143 करोड़ पर सिमट कर रह गई है. ये हिंदी भाषा का कलेक्शन है।
  2. पठान –  बाहुबली 2′ के बाद यह कारनामा करने वाली दूसरी भारतीय फिल्‍म बन गई है। जबकि बॉलीवुड में यह कमाल करने वाली यह अभी तक एकमात्र ऐसी फिल्‍म है। 33 दिनों में ‘पठान’ का देश में हिंदी वर्जन से टोटल कलेक्‍शन अब 502.35 करोड़ रुपये है। जबकि वर्ल्‍डवाइड इसने 1020 करोड़ रुपये कमा लिए हैं।
  3. द केरला  स्टोरी-  सैकनिल्क की अर्ली ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक ‘द केरला स्टोरी’ 21वें दिन 3 करोड़ के कारोबार पर सिमटी थी। वहीं 22वें दिन के कलेक्शन की बात करें तो फिल्म ने 2.60 करोड़ का बिजनेस किया है। इसके साथ ही फिल्म का कुल कलेक्शन 216.07 करोड़ हो गया है।
  4. द कश्मीर फाइल्स – पिछले साल ही यह फिल्म कुल 251.08 करोड़ की कमाई कर चुकी है। फिल्म 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इसमें 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए नरसंहार को दिखाया गया था। ‘द कश्मीर फाइल्स’ 12 करोड़ की लागत से बनी थी।

72 हुरें पर लगा दांव

बीते सप्ताह फिल्म 72 हूरें भी आतंकवादी मुद्दों को लेकर काफी विवाद में घिरी रही हुई है। फिल्म को कल यानी 7 जुलाई को रिलीज कर दिया गया है। वहीं रिलीज से  पहले फिल्म के ट्रेलर को लेकर सेंसर बोर्ड ने रोक लगा दी थी। जिसके बाद फिल्म को लेकर पहले से चल रहा विवाद और भी गहरा गया। फिलहाल फिल्म बॉक्स ऑफिस पर छाई हुई है। अब देखना ये है कि क्या बाकी विवादित फिल्मों की तरह 72 हूरें को भी बॉयकॉट थेरेपी का फायदा मिलेगा या नहीं है।

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