मायावती सरकार में हुए कथित स्मारक घोटाले में आया BJP विधायक का नाम, ईडी ने नोटिस भेजकर किया तलब
उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार के दौरान हुए 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में भाजपा के विधायक टी राम की संलिप्तता के मामले में नई जानकारी सामने आई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस घोटाले की जांच के तहत विधायक टी राम को तलब किया है. वाराणसी के अजगरा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक टी राम की भूमिका को लेकर ईडी ने सवाल उठाए हैं, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है.
ईडी ने इन्हें भी किया तलब
ईडी ने इस मामले में लोक निर्माण विभाग के तत्कालीन प्रमुख अभियंता त्रिभुवन राम को भी तलब किया है. सूत्रों के अनुसार, दोनों को दीपावली से पहले ईडी के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा, खनन विभाग के तत्कालीन संयुक्त निदेशक सुहैल अहमद फारुखी को भी जांच में शामिल किया गया है.
भाजपा विधायक टी राम ने इस मामले में अपनी संलिप्तता से इंकार करते हुए कहा है कि उनका इससे कोई वास्ता नहीं है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वह इस घोटाले से संबंधित किसी कमेटी का हिस्सा नहीं थे और पहले भी अपने बयानों में इसका उल्लेख कर चुके हैं.
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स्मारक घोटाले की जांच में शामिल होने वाले इन सभी व्यक्तियों की भूमिका और बयान आगामी जांच में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. इस मामले में आगे की कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं देखने लायक होंगी, खासकर जब चुनावी माहौल गर्म है. यह मामला न केवल राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि यह भाजपा की छवि पर भी सवाल उठा सकता है.