‘कोरोना-कर्मवीरों’ के लिए पुलिस ने खोला खजाना
खुद अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर कोरोना की कमर तोड़ने में जुटी दिल्ली पुलिस, अपने 'कोरोना-कर्मवीरों' के लिए भी बढ़-चढ़कर कुछ कर गुजरने में डटी हुई है।
खुद अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर कोरोना की कमर तोड़ने में जुटी दिल्ली पुलिस, अपने ‘कोरोना-कर्मवीरों’ के लिए भी बढ़-चढ़कर कुछ कर गुजरने में डटी हुई है। जब से कोरोना का कहर बरपा है, तभी से दिल्ली पुलिस कमिश्नर सच्चिदानंद श्रीवास्तव इस लड़ाई को जीतने के लिए अपने अफसर-जवानों की हौसला-अफजाई में दिन-रात एक किए हुए हैं।
दिल्ली पुलिस महकमे के आला अफसरों के साथ होने वाली रोजाना की ‘वीडियो-कॉल-ब्रीफिंग’ में पुलिस आयुक्त इसी बात पर जोर दे रहे हैं कि हम और हमारे जवान स्वस्थ्य रहेंगे तो कोरोना हमसे हार जाएगा। आमजन को हम लॉकडाउन में बेहतर जिंदगी तभी मुहैया करा पाएंगे, जब हम खुद बेहतर स्थिति में होंगे।
दो दिन पहले ही पुलिस आयुक्त ने कोरोना के कर्मवीरों और उनके परिवारों की हिफाजत का जिम्मा छह विशेष टीमों के कंधों पर दिया।
इन छह टीमों का प्रभार जिन जिन संयुक्त पुलिस आयुक्तों को दिया गया है, उनमें संयुक्त पुलिस आयुक्त डेविड लालरिंसंगा (साथ में डीसीपी मोहम्मद अली, डीसीपी अनिता रॉय), के. जगदेशन (एडिशनल डीसीपी कुमारी छेपयाला अंजिथा, एडिशनल डीसीपी पवन कुमार), संयुक्त आयुक्त आर्थिक अपराध शाखा डॉ. ओ.पी. मिश्रा (डीसीपी वर्षा शर्मा, एडिशनल डीसीपी के. रमेश), आईडी शुक्ला (कुमारी गीता रानी वर्मा डीसीपी, मो. इरशाद हैदर डीसीपी), संयुक्त आयुक्त यातायात अतुल कटियार (डीसीपी सत्यवीर सिंह कटारा, निशांत गुप्ता एडिशनल डीसीपी), एडिशनल सीपी धीरज कुमार (एडिशनल डीसीपी पंकज कुमार, एडिशनल डीसीपी कुमारी श्वेता सिंह चौहान, सुरक्षा विंग) के नाम शामिल हैं।
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कोरोना कर्मवीरों की हिफाजत के लिए बड़ा कदम-
ये विशेष टीमें रोजाना पुलिस कमिश्नर को बताएंगी कि इन टीमों में शामिल अफसरों ने अपनों या फिर दिल्ली पुलिस के कोरोना कर्मवीरों की हिफाजत के लिए क्या-क्या किया?
इन टीमों के गठन के ठीक एक दिन बाद यानी शुक्रवार 24 अप्रैल, 2020 को पुलिस आयुक्त के अनुमोदन पर दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सहायक पुलिस आयुक्त अशोक सिंह ने नया आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के साथ एक सूची भी जारी की गई है। इस सूची में दिल्ली पुलिस के 21 उन कोरोना-कर्मवीरों के नाम उल्लिखित हैं, जो दूसरों की जिंदगी महफूज रखने की खौफनाक कोशिशों के बीच, खुद कोरोना पॉजिटिव हो गए।
इन 21 कोरोना पॉजिटिव में 14 सिपाही, 4 हवलदार, और 3 सहायक उप-निरीक्षक हैं। इस सूची में सबसे ज्यादा कोरोना कर्मवीर मध्य दिल्ली जिले के (13 पुलिस जवान) हैं।
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कोरोना से लड़ते दिल्ली पुलिस के जवान-
उल्लेखनीय है कि मध्य दिल्ली जिले के इन 13 जवानों में से 8 कोरोना कर्मवीर तो सिर्फ और सिर्फ चांदनी महल थाने के हैं। जबकि तीन कोरोना कर्मवीर मध्य दिल्ली जिले के नबी करीम थाने के हैं।
सूची के मुताबिक, एक कोरोना कर्मवीर एएसआई दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का और 6 कोरोना कर्मवीर उत्तर पश्चिमी दिल्ली जिले के हैं। जबकि एक कोरोना कर्मवीर दिल्ली पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज का सिपाही भी है।
यह अलग बात है कि मध्य दिल्ली जिले के कोरोना कर्मवीरों पर फक्र महसूस करके जिला पुलिस उपायुक्त संजय भाटिया, अक्सर इनकी कुशलक्षेम मीडिया से बांटते रहते हैं। जबकि उत्तर पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त विजयंता आर्या ने शायद ही कभी अपने जिले के किसी कोरोना कर्मवीर का सुख-दुख मीडिया से बांटा हो।
बहरहाल, अब दिल्ली पुलिस के मुखिया सच्चिदानंद श्रीवास्तव ने अपने कोरोना कर्मवीरों की खातिर शुक्रवार को खजाने का मुंह खुलवा दिया। आदेश के मुताबिक, संबंधित डीसीपी जल्द से जल्द अपने हर कोरोना कर्मवीर को तत्काल एक लाख रुपये की सहायता राशि मुहैया करा कर दिल्ली पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट करें। 21 लाख रुपये की यह सहायता राशि दिल्ली पुलिस वेलफेयर सोसायटी के खाते से मुहैया कराई जा रही है।
हालांकि इस बात का खुला ऐलान पुलिस आयुक्त श्रीवास्तव ने काफी पहले ही कर दिया था। खजाने का मुंह शुक्रवार को खोलकर उस आदेश पर अमल भी करा लिया।
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