लखनऊ में केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल होंगे फुली डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2000 से अधिक एक्टिव कोविड केस वाले जिलों में रात्रि 08 बजे से सुबह 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाने के निर्देश दिए हैं। यही नहीं, माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं भी 20 मई तक के लिए स्थगित कर दी गई हैं। नई तारीखों पर मई के पहले सप्ताह में विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी के ताजा आदेश के मुताबिक 12वीं तक के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में 15 मई तक पठन-पाठन स्थगित कर दिया गया है, इस दौरान किसी तरह की परीक्षा भी नहीं कराई जा सकेगी।
सीएम योगी ने यह निर्देश कोविड प्रबंधन के लिए खास तौर पर गठित और सराही गई टीम-11 के अधिकारियों के साथ गुरुवार को प्रदेश की स्थिति की समीक्षा करते हुए दिए। स्वयं कोविड से लड़ाई लड़ रहे सीएम योगी, प्रदेश में अन्य गतिविधियों को सामान्य रखने के लिए स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। वर्चुअल माध्यम से हुई इस बैठक में सीएम ने प्रदेश की स्थिति की समीक्षा करते हुए कोविड-19 की महामारी से लड़ाई के लिए प्रदेशवासियों से एकजुटता बनाये रखने का आह्वान किया।
12वीं तक के स्कूलों में 15 मई तक अवकाश, परीक्षाएं भी नहीं होंगी
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी जिले में न तो किसी जरूरी दवा की कमी होने दी जाएगी, न ही कोविड और नॉन कोविड मरीजों के लिए बेड का अभाव होगा। उन्होंने सभी जिलों में हर दिन की बदलती परिस्थिति को देखते हुए हर जरूरी इंतजाम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। कोविड के खतरे से बच्चों को सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए सीएम ने कहा कि 12वीं तक के स्कूलों में 15 मई तक अवकाश रखा जाए, माशिप की बोर्ड परीक्षाएं भी 20 मई के बाद ही हों। सीएम ने कहा कि कोविड के पहले दौर को जबकि यह हमारे लिए नया संकट था, तब भी इस पर काबू पाया था, इस बार दूसरी लहर पर भी जल्द ही नियंत्रण होगा। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि सभी नागरिक मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन करें। यही नहीं, बेहतर होगा कि लोग इस प्रोटोकॉल को अपनी जीवनशैली में शामिल कर लें। लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जाए।
लखनऊ में डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की तादाद बढ़ाएं: समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने कहा कि राजधानी लखनऊ में अन्य जनपदों के मरीजों का आगमन स्वभाविक है। अतः यहां अतिरिक्त व्यवस्था करने की आवश्यकता है। ऐसे में केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जाए। यह कार्य चरणबद्ध ढंग से हो। साथ ही, नॉन कोविड मरीजों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि लखनऊ में टीएस मिश्र हॉस्पिटल, इंटीग्रल और हिन्द मेडिकल कॉलेजों को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में क्षमता विस्तार किए जाने की आवश्यकता है।
रेमिडीसीवीर और ऑक्सीजन की उपलब्धता
अगले दो दिनों ने यहां अतिरिक्त बेड्स उपलब्ध कराए जाएं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोविड से बचाव के लिए उपयोगी रेमिडीसीवीर और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर सतत नजर रखी जाए। मुख्य सचिव कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रतिदिन इसकी समीक्षा की जाए। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश के किसी भी जनपद के किसी भी अस्पताल में इन आवश्यक चीजों का अभाव न हो। वहीं, गुरुवार को पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों में संलग्न कार्मिकों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन हो। मतदान कर्मियों के लिए मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार के दृष्टिगत विभिन्न राज्यों से प्रवासी श्रमिकों की वापसी संभावित है। अतःसभी जनपदों में कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप क्वारन्टीन सेंटर संचालित हों। क्वारन्टीन सेंटरों में चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ भोजन/शयन आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
सभी जिलों में अतिरिक्त बेड्स के हों तत्काल इंतजाम: कोविड संक्रमण की जिलेवार स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 75 जनपदों में कोविड मरीजों के लिए बेड तथा ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। हर दिन इस स्थिति की जनपदवार समीक्षा की जाए। यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक जनपद में कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों तथा ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। प्रभारी मंत्रीगण अपने सम्बंधित जिलों की हर दिन समीक्षा करें। इसके साथ-साथ बेड की संख्या में और बढ़ोत्तरी के लिए तेजी से प्रभावी कार्यवाही की जाए। कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों एवं मेडिकल संसाधन की व्यवस्था प्राथमिकता पर की जाए।
उन्होंने कहा कि टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए। प्रदेश स्थित केन्द्रीय संस्थानों की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध आरटीपीसीआर क्षमता का उपयोग करते हुए आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए। इन संस्थानों की आवश्यकताओं के अनुरूप मैनपावर का भी प्रबन्ध किया जाए। कोविड जांच के लिए ट्रूनेट मशीनों का उपयोग करना उपयोगी होगा। होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों से नियमित संवाद बनाकर उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जाए और आवश्यकतानुसार उनका मार्गदर्शन किया जाए। इस कार्य में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-‘1076’ का भी उपयोग किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लखनऊ सहित समस्त जनपदों में होम आइसोलेशन के कोविड मरीजों को सभी निर्धारित दवाओं के मेडिकल किट की सुचारु आपूर्ति होती रहे।
कोविड में न बरतें लापरवाही, प्रोटोकॉल को बनाएं जीवनशैली का हिस्सा
सीएम योगी ने कहा कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 24×7 सक्रिय रहें। एम्बुलेंसों की गतिविधियों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाए। प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बैठक कर परिस्थितियों के अनुरूप रणनीति तय करें। कोविड-19 से बचाव के बारे में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए। इस कार्य में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक स्तर पर उपयोग करते हुए आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने तथा मास्क का अनिवार्य उपयोग करने की जानकारी दी जाए। इस संबंध में प्रवर्तन की प्रभावी कार्रवाई की जाए।
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