PhonePe और कांग्रेस में खिटपिट! पोस्टर वॉर पर कांग्रेस को फोन-पे ने दी चेतावनी

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मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी पोस्टर वॉर में अब PhonePe ने भी एंट्री ले ली है। प्रसिद्ध ऑनलाइन पेमेंट की कंपनी फोन-पे ने कांग्रेस पार्टी को पोस्टर में क्यूआरकोड यूज़ करने के लिए चेतावनी दी है। दरअसल, ये मामला चुनावी शोरगुल के बीच कांग्रेस द्वारा भाजपा की खामियां उजागर करने वाले अभियान से उपजा है। हाली ही में भाजपा और कांग्रेस ने इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी चुनावी मशीनरी में बदलाव किया है। जिसको लेकर दोनों पार्टियों के बीच एक पोस्टर युद्ध छिड़ गया है। हालांकि अपने बयान में भाजपा ने पोस्टर लगाने से ही इनकार कर दिया है। जिससे सारा दोष कांग्रेस के सिर मढ़ गया है।

PhonePe ने कांग्रेस को लगाई फटकार

बता दें, आगामी विधानसभा चुनाव के प्रचार के लिए भाजपा ने पोस्टर अभियान चलाया है। ये पोस्टर अभियान मध्यप्रदेश में भी देखने को मिला है। इसमें भाजपा के प्रमुख नेताओं की तस्वीरों के साथ फोनपे का क्यूआर कोड भी दिखाया गया है। इस पोस्टर को देखने के बाद कांग्रेस ने इसे भाजपा के विरुद्ध इस्तेमाल करने की सोची। कांग्रेस ने भाजपा के इन पोस्टरों को भोपाल की दीवारें में पटवा दी है। जिसपर अब फोनपे ने आपत्ति जताई है। चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में कांग्रेस के एक पोस्टर अभियान पर डिजिटल भुगतान कंपनी फोनपे ने तीखी चेतावनी दी है।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस का दावा है, यह भाजपा है जिसने “वांटेड कमीशन नाथ” के साथ पोस्टर युद्ध शुरू किया है – राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ पर आरोप – पोस्टर जो पिछले हफ्ते सामने आए थे।

कांग्रेस का भाजपा पर आरोप 

दरअसल, इन दिनों कांग्रेस भाजपा पार्टी की पोल खोलने का अभियान चला रही है। इसी अभियान के तहत कांग्रेस ने राज्य के कई हिस्सों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तस्वीरों वालों पोस्टर पूरे शहर में पाट दिए। जिन पोस्टर में फोनपे के क्यूआर कोड भी छपे थे। कांग्रेस ने ये पोस्टर यह आरोप लगाते हुए लगाया है कि दुकानों में लगे क्यूआर कोड जैसे पोस्टरों में भाजपा के दिग्गज नेता काम कराने के लिए कमीशन मांगते हैं। बता दें, पोस्टरों में PhonePe का ब्रांड नाम और लोगो भी दिखाया गया है। ये पोस्टर लगीं हुई तस्वीरों को खुद कांग्रेस पार्टी ने ही अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया है।

कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा, “50 फीसदी पाओ, फोन पर काम कराओ। मध्य प्रदेश की जनता जानती है, 50 फीसदी कमीशन लेने वालों को पहचानती है।”

पोस्टर अभियान पर भाजपा ने किया इनकार

जानकारी के मुताबिक, भाजपा और कांग्रेस, ये दोनों ही पार्टियां जवाबी सियासत करते हुए दीवारों को पोस्टरों से पाट रही हैं। मगर जिस पोस्टर पर वॉर छिड़ा है, इसमें भाजपा नेता और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर और क्यूआर कोड छपा है। यह क्यूआर कोड फोनपे का है। ये पोस्टर प्रकाश में तब आए, जब कांग्रेस ने इनका प्रयोग अपने फायदे के लिए कर डाला। जिसपर अब भाजपा ने पोस्टर लगाने की बात से इनकार कर दिया है। भाजपा का कहना है कि भाजपा पार्टी पोस्टर लगाने में शामिल नही है। इसके साथ ही भाजपा का आरोप है कि यह कांग्रेस की ही डर्टी पॉलिटिक्स है।

PhonePe को पोस्टर पर आपत्ति

वहीं, अब कांग्रेस के इस अभियान को अब PhonePe की ओर से तीखी प्रतिक्रिया मिली है। PhonePe  की ओर से क्यूआर कोड के अनधिकृत उपयोग पर आपत्ति जताई गई है। साथ ही PhonePe ने कांग्रेस को चेतावनी भी दी है। ये चेतावनी PhonePe कंपनी ने ट्वीट के माध्यम से दी है।

PhonePe ने लिखा, “फोनपे को अपने ब्रांड लोगो के किसी भी तीसरे पक्ष द्वारा अनधिकृत उपयोग पर आपत्ति है, चाहे वह राजनीतिक हो या गैर-राजनीतिक। हम किसी भी राजनीतिक अभियान या पार्टी से जुड़े नहीं हैं।

PhonePe ने आगे लिखा, “फोनपे लोगो हमारी कंपनी का एक पंजीकृत ट्रेडमार्क है और फोनपे के बौद्धिक संपदा अधिकारों का कोई भी अनधिकृत उपयोग कानूनी कार्रवाई को आमंत्रित करेगा। हम विनम्रतापूर्वक @INCMP से हमारे ब्रांड लोगो और रंग वाले पोस्टर और बैनर हटाने का अनुरोध करते हैं।”

रणनीति से अलग है पोस्टर अभियान

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस का पोस्टर अभियान सीधे तौर पर उस रणनीति से बाहर है, जिसे कांग्रेस ने कर्नाटक में अपनाया था। कांग्रेस ने कर्नाटक में अपनी रणनीति से उच्च राजनीतिक लाभ भी प्राप्त किया था। लेकिन मध्यप्रदेश में पोस्टर अभियान कर्नाटक चुनावी नीति से अलग है। जिसका हरजाना अब कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है।

 

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