वाराणसी। लॉकडाउन के दौरान हजारों लोगों के सामने भोजन का संकट खड़ा कर दिया है। बाजार में कालाबाजारी जोरों पर है। पिछले दिनों डीएम और एसएसपी ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में छापा मारा तो हकीकत सामने आ गई। इस बीच बुधवार को सरकारी राशन की दुकानों पर अनाज का वितरण शुरू हुआ तो लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कहीं बायोमैट्रिक मशीन ने धोखा दे दिया तो कहीं पर दुकान ही बंद रही। कई जगहों पर तो मारपीट की नौबत आ गई।
नसीब नहीं हुआ गरीबों को राशन
लॉकडाउन झेल रहे लोगों को उम्मीद थी कि बुधवार को उनकी परेशानियां कम होंगी। राशन के लिए हफ़्तों से जूझ रहे लोगों को राहत मिलेगी, लेकिन घंटों धूप में खड़े होने के बाद भी गरीबों के हाथों में नाकामयाबी ही हाथ लगी। कड़ी धूप में कतार लगाने के बाद भी कई स्थानों पर लोगों को राशन नसीब नहीं हो सका। कहीं सर्वर के कारण राशन नहीं बंट सका तो कहीं कोटेदार तक राशन नहीं पहुंचने के कारण दुकान ही बंद रही। वाराणसी में एक स्थान पर कोटेदार से मारपीट के बाद बायोमेट्रिक मशीन तोड़ दी गई।
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कोटेदारों से होती रही नोंकझोंक
सरकार ने लॉकडाउन के कारण लोगों को अतिरिक्त राशन देने की घोषणा की है। निर्देश दिया है कि अन्त्योदय कार्डधारकों को 35 किलोग्राम, पात्र गृहस्थी, जाब कार्ड धारकों व दिहाड़ी मजदूरों को पांच किलो प्रति यूनिट की दर से निशुल्क राशन मिलना है।बुधवार एक अप्रैल से राशन बांटने की पहले से तैयारी की गई थी। लेकिन सारी तैयारियां धरी रह गईं। कई स्थानों पर राशन के लिए कोटेदारों से लोगों की नोकझोंक भी हुई। लंका थाना क्षेत्र के सीरगोवर्धनपुर में मारपीट की नौबत आ गई। यहां लोगों ने बायोमेट्रिक मशीन भी तोड़ दी। तेलियाबाग, चेतगंज, सिगरा, आदमपुर, पीलीकोठी, सरैया, चौक, सोनारपुरा आदि इलाकों में सरकारी गल्ले की दुकानों पर मारामारी दिखाई दी।
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