बीएचयू: परीक्षा नियंता कार्यालय पहुंचे दर्जनों छात्र, सुरक्षाकर्मियों से हुई धक्कामुक्की

पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता से नाराज हैं छात्र

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पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता से नाराज काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्र मंगलवार को परीक्षा नियंता कार्यालय पहुंचे. जमकर नारेबाजी और सुरक्षाकर्मियों से धक्कामुक्की के बाद छात्र वहीं धरने पर बैठ गए. उनका कहना है कि परीक्षा विभाग की लापरवाही से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वह प्रशासनिक अफसरों और परीक्षा नियंता से मिलकर अपनी समस्या बताना चाहते हैं, लेकिन कोई उनकी सुनने वाला नही है. इससे पहले भी वह दो बार परीक्षा नियंता से मिलने आये लेकिन उनसे मुलाकात नही हुई. अबकी वह तीसरी बार आए हैं और उनकी समस्या का समाधान होना चाहिए.

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पीएचडी के छात्र अपनी मांगों को लेकर परीक्षा नियंता कार्यालय पहुंचे तो पहले से मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया. लेकिन दो बार वापस लौट चुके छात्र इस बार पीछे हटने को तैयार नही थे. सुरक्षाकर्मियों से उनकी धक्कामुक्की हो गई. इसके बाद दर्जनों छात्र वहीं हंगामा करते हुए धरने पर बैठ गये.

नेट उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं का नही दिया गया मौका

छात्रों का कहना है कि उनकी सत्र 2023-24 की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया लंबे समय से लंबित है. समय से उसका निस्तारण न किये जाने से उनकी समस्याएं बढ़ती जा रही है. उन्हें इसका इंतजार करते एक वर्ष हो गये. दिसंबर 2023 में नेट उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं पिछले प्रवेश प्रक्रिया में मौका नहीं दिया गया. अब होनेवाली प्रवेश प्रक्रिया में भी इनको रोके जाने की बात कही गई है. छात्रों ने परीक्षा नियंता से प्रवेश प्रक्रिया शीघ्र पूरा करने और नेट दिसंबर 2023 पास विद्यार्थियों को मौका देने की मांग की. धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि यहां जब भी हम लोग आते हैं तो परीक्षा नियंता (कंट्रोलर) गायब रहते हैं और हम छात्रों से बात भी नहीं करते. छात्रों ने कहा कि यहां हम तीसरी बार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हम शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा नियंता कार्यालय के सामने ऐसे ही धरने पर बैठे रहेंगे.

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