नावों की आवाजाही हो या गंगा महाआरती का लाइव प्रसारण, सभी तैयारियां जोरों पर

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देव दीपावली को अब मात्र दो दिन रह गये हैं, सभी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिये अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी ने अपनी कमर कस ली है. घाटों पर जुटने वाली भीड़ को ध्यान में रखकर सभी प्रकार की आवश्‍यक तैयारी की गई है.

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नावों की संचालन का होगा खासा इंतजाम

देव दीपावली पर बडी संख्‍या में पर्यटकों द्वारा नाव बुक की जाएंगी. सुचारु रूप से नावों का संचालन हो सके, इसके लिये गंगा में दो लेन में नावों की आवाजाही होगी. जल पुलिस के आग्रह पर प्रयागराज से छह ट्रक जेटी वाराणसी पहुंच गई है. जल पुलिस प्रभारी के मुताबिक शुक्रवार से गंगा में जेटी लगाकर लेन पर मार्कर लगाया जा रहा है. सुरक्षित नौका संचालन के लिए नाविकों को प्रशिक्षण दिया गया है. जल पुलिस की ओर से 250 जवान गंगा में 45 नावों पर तैनात रहेंगे. एनडीआरएफ, पीएसी ओर जल पुलिस की मेडिकल एंबुलेंस भी तैनात रहेगी. इस बार देव दीपावली पर छोटी और चप्पू वाली नावों के संचालन पर जल पुलिस ने रोक लगा दी है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिर्फ मोटर बोट का संचालन किया जाएगा.

छह प्रमुख स्थानों पर देख सकेंगे गंगा की महाआरती

देव दीपावली पर होने वाली गंगा-आरती मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है. सभी इस दिन विशेष आरती का साक्षी बनना चाहते हैं., परंतु भारी भीड़ को देखते हुए ऐसा संभव नहीं हो सकता. इसी को ध्यान में रखते हुए देव दीपावली पर स्मार्ट सिटी की ओर से छह स्थानों पर दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती का सजीव प्रसारण होगा. इसे अस्सी, दशाश्वमेध, राजेंद्र प्रसाद, राजघाट, गोदौलिया मल्टी लेवल पार्किंग व वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर देख सकेंगे. स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ. डी वासुदेवन ने बताया कि घाट पर हाई रिजल्यूशन कैमरे लगे हैं. गंगा पार रेत पर होने वाली ग्रीन आतिशबाजी भी दिखाई जाएगी.

देव दीपावली पर्व के मायने


देव दीपावली का त्योहार कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है. यह दिवाली के 15 दिन बाद मनाया जाता है. इस साल देव दीपावली 27 नवंबर को मनाई जाएगी.
देव दीपावली को देव दिवाली भी कहा जाता है.मान्यता है कि इस दिन समस्त देवगण दीपावली मनाते हैं. यह पर्व को राक्षस त्रिपुरासुर पर भगवान शिव की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. इसलिए देव दीपावली को त्रिपुरोत्सव या त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.

देव दीपावली से जुड़ी कुछ खास बातें:

देव दीपावली को दीपों का त्योहार भी कहा जाता है.
यह त्योहार हिंदू धर्म में दिवाली की तरह ही महत्वपूर्ण है.
वाराणसी में देव दीपावली बहुत धूमधाम से मनाई जाती है.
इस दिन काशी के 84 घाटों को दीपों से सजाया जाता है.
काशी में देव दीपावली के दिन विशेष गंगा आरती का आयोजन किया जाता है.

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