Badayun Murder: बच्चों की निर्मम हत्या से बदायूं में तनाव…
शहर में तोड़फोड़ व बवाल ,आरोपित एनकाउंटर में ढेर
Badayun Murder: यूपी के जिला बदायूं से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आयी है, जहां दो मासूमों को किस गुनाह की सजा में उसके पड़ोसी ने मौत के घाट उतार दिया इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हो पायी है. जिले के मंडी चौकी से कुछ दूरी पर ही मंगलवार को इस वारदात को अंजाम दिया गया. हालांकि, इस मामले में पुलिस प्रशासन ने तत्काल कार्रवाही करते हुए आरोपित को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. उधर बच्चों की हत्या के बाद मौके पर तनाव फैल गया और भीड़ ने बदायूं शहर में जमकर हंगामा किया . बदायूं डीएम मनोज कुमार और बरेली आईजी डॉ. राकेश सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. तनाव को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल लगाया गया है. बदायूं डीएम ने कहा कि हालात नियंत्रण में हैं.
पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की बाबा कॉलोनी में मंगलवार देर शाम एक दुकानदार पड़ोसी के घर में घुस गया. वहां उसने तीन सगे भाइयों आयुष, युवराज और आहान उर्फ हनी पर उस्तरे से हमला कर दिया. इस हमले में आयुष (12 वर्ष) और आहान उर्फ हनी (8 वर्ष) की मौत हो गई, जबकि युवराज गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामले की पड़ताल कर रहे बरेली के आईजी डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि बच्चे अपने घर की छत पर खेल रहे थे. ठीक उसी समय आरोपित आया और दोनों बच्चों को मार डाला.
जानें क्या है पूरा मामला ?
मंगलवार को मंडी चौकी से आधा किमी दूर बाबा कालोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद सिंह घर से बाहर थे. उसी दौरान उनके घर के बगल में सैलून चलाने वाला साजिद शाम 4.30 बजे दुकान बंद करके विनोद के घर पहुंचा. जहां विनोद की मां होमगार्ड मुन्नी देवी ने बताया है कि पडोसी होने की वजह से साजिद से अच्छा परिचय था. साजिद उनके पास आया और बोला कि, उसकी पत्नी को प्रसव होना है, इसलिए पांच हजार रुपए उधार चाहिए.
ऐसे में मुन्नी देवी ने साजिद की जरूरत को समझते हुए विनोद की पत्नी सुनीता को बुलाकर उसे पूरी बात बताई. सुनीता ने अपने पति को फोन पर बात की और साजिद से कहा कि, वे कुछ देर यहीं बैठे, वो उनको पैसा दे रही है. साजिद से यह बात कहकर सुनीता चाय बनाने चली गयी. उधर साजिद बैठने की बजाय दूसरी मंजिल पर चला गया. छत पर विनोद के बेटे आयुष (12) आहान(8) खेल रहे थे. इस बीच साजिद ने पहले से छिपाकर रखा उस्तरा निकाला दोनों बच्चों की गर्दन धड़ से अलग कर दी.
भाईयों के शव देख घबराया पीयूष
हत्या के 20 मिनट बाद जब विनोद का तीसरा बेटा पीयूष जब छत पर पहुंचा. वहां छत पर फैला खून और भाईयों का शव पड़ा देख वह पीयूष चीखने चिल्लाने लगा. पीयूष को देख साजिद ने उस पर प्रहार किया लेकिन वह जान बचाकर वहां से भाग निकला. जब परिवार वालें पीयूष की चीख सुनकर छत पर पहुंचे तब तक साजिद घटनास्थल से भाग चुका था. जानकारी पाकर देखते ही देखते वहां भारी भीड़ जमा हो गई. रात्रि 8.30 बजे घटनास्थल पर एकत्रित भीड़ ने आक्रोश व्यक्त किया. लोगों ने साजिद समेत कुछ अन्य दुकानों को निशाना बनाया . रात 9:30 बजे बड़ी संख्या में पीएसी, पुलिस और अर्द्धसैनिक बल लगाकर स्थिति को नियंत्रित किया जा सका.
एनकाउंटर में आरोपित ढेर
इस मामले में तत्काल एक्शन लेते हुए बंदायू पुलिस ने आरोपित साजिद को मार गिराया. इसको लेकर बरेली आईजी ने कहा कि ” पुलिस घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची. तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपित का पीछा किया. इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने अपने बचाव में फायरिंग करके उसे मार डाला.
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पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए बच्चों के शव
एक साथ दो बच्चों की हत्या के बाद बदायूं में हिंसा फैल गई, जिससे नाराज लोग सड़कों पर उतर आए. नाराज़ लोगों ने जमकर हंगामा किया और जगह-जगह आगजनी की कर विरोध जाहिर किया. आक्रोशित भीड़ ने एक दुकान और बाइक में जमकर तोड़फोड़ कर नाराजगी जताई है. घटना की गंभीरता को देखते हुए बदायूं में बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाए गए. वही बदांयू के डीएम मनोज कुमार ने कहा है कि, ”पुलिस ने दोनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. साथ ही उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. अभी तक हत्या के कारण का पता नहीं चल सका है. यह जांच का विषय है. साथ ही उन्होंने कहा कि आक्रोशित भीड़ को मौके से हटा दिया गया है.’