सीएम योगी के सपोर्ट में आईं मुलायम की छोटी बहू अपर्णा, बोलीं…
उत्तर प्रदेश की सियासत में जमीन तलाश रही समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू इन दिनों राजनीति में काफी सक्रिय नजर आ रही हैं। समाजसेविका अपर्णा (Aparna) यादव इन दिनों राजनीति में काफी दिलचस्पी लेती दिख रही है। तभी तो इन दिनों राजनीतिक बयान देकर काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। कभी शिवपाल यादव के साथ तो कभी मंच से बयान देती नजर आती रहती हैं।
अब अपर्णा यादव ने योगी सरकार के गो कल्याण सेस को लेकर लिए फैसले पर प्रतिक्रिया दिया है। अपर्णा यादव ने सीएम योगी के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि अब सरकार भी अपनी जिम्मेदारी निभाए।
योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा कैबिनेट में पास किये गो कल्याण सेस को लेकर कहीं स्वागत तो कहीं विवाद का दौर शुरु हो गया है तो कई इस फैसले का स्वागत कर रहे है। राजधानी लखनऊ में गौ सेवा को लेकर पहले से ही गौशाला चला रहीं हैं। अपर्णा यादव ने गो कल्याण सेस को लेकर योगी सरकार से उम्मीद जताई है कि अगर जनता के पैसों से गो सेवा होती है तो फिर योगी सरकार भी अपनी ज़िम्मेदारी सही तरीक़े से निभाये।
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अपर्णा यादव ने कहा कि यूपी ही नहीं बल्कि देश की केंद्रीय सरकार द्वारा भी जनता पर पहले से ही बहुत सारे टैक्स लगाये जा चुके हैं और अब गो कल्याण के नाम पर एक और टैक्स जनता पर बोझ है।
अपर्णा ने कहा कि अपनी गो माता के लिये हम ये टैक्स का बोझ सहने के लिये तैयार हैं, लेकिन अगर गो माता के लिये हम पर ये टैक्स लगेगा तो फिर सरकार इस पैसे का सही ढ़ंग से इस्तेमाल करे।
प्रदेश में गो कल्याण सेस नामक टैक्स लागू होने के बाद हमें कोई भी गो माता सड़क पर आवारा घूमती ना दिखाई दे।
सड़कों पर कूड़ा कचरा खाने को मजबूर हैं गौ माता
अपर्णा ने कहा कि सरकार की लापरवाही के चलते हमारी गौ माता सड़क पर आवारा घूमती हैं और कूड़ा-कचरा खाकर मरने को मजबूर हैं। कूड़ा-कचरा खाने के चलते प्लास्टिक की पन्नियां गो माता के पेट में चली जाती हैं जो बाद में उसकी मृत्यु का कारण बनती हैं।अपर्णा ने ये भी कहा कि अक्सर ऐसी घटनायें सामने आती हैं जिसमें गो माता की वजह से सड़क हादसे का शिकार होती है।
किसानों को हो रही है खासी दिक्कत
अपर्णा यादव ने कहा कि अक्सर गाय किसानों के खेतो में घुस जाती है और उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाती है। अभी हाल ही में एक मामला सामने आया था जिसमें आक्रोशित किसानों ने गायों के झूंड को जिला मुख्यायल के बाहर छोड़ दिया था और प्रदर्शन किया था। अपर्णा यादव ने कहा कि अभी हाल ही में देखा गया है कि हमारे यूपी में ही किसान भाइयों ने हज़ारों की संख्या में गौ माताओं को विभिन्न ज़िलों के प्रशासनिक मुख्यालय पर ले जाकर छोड़ दिया क्योंकि गौ माता के चलते उनके खेत-खलिहान ख़राब हो रहे थे।
अपर्णा यादव के मुताबिक़ गौ माता के चलते गौ माता और आम जनता, दोनों को ही इस तरह की बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अब अगर सरकार गौ कल्याण सेस के नाम पर जनता से टैक्स वसूलना शुरु करने जा रही है तो सरकार इस बात की भी पूरी ज़िम्मेदारी ले कि कोई भी गौ माता सड़क पर आवारा घूमती ना दिखाई दे और ना ही कूड़ा-करकट खाकर मरती दिखाई दे और ना ही किसान भाइयों के खेत में घुसकर फसल ख़राब करती दिखाई दे।
अपर्णा यादव ने ये भी कहा कि सरकार इस बात को भी सुनिश्चित करे कि जिन लोगों ने आवासीय इलाक़ों में डेयरी खोल रखी हैं वो अपनी पालक गौ माता के लिये ख़ुद ज़िम्मेदार हों और अपनी डेयरी के अतिरिक्त वो लोग गौ माता को ना तो इधर-उधर घूमने दें और ना ही सड़क पर गंदगी फैलाने दें।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कैबिनेट की बैठक में गो कल्याण सेस के नाम पर जनता से एक नये टैक्स की वसूली का आदेश पास किया है।
सरकार ने गायों की देखभाल के लिये विभिन्न चीज़ों पर मौजूदा टैक्स के अलावा गो कल्याण सेस लागू करने का आदेश पारित किया है।गो कल्याण सेस के सहारे योगी सरकार की 400 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इस नये सेस के चलते शराब महंगी होगी, टोल पर भी 0.5 फीसदी सेस लगेगा, हर निकाय में गोवंश आश्रय गृह होगा, निराश्रित मवेशियों के लिए बनेंगे आश्रय स्थल, हर ग्राम पंचायत में बनेंगे आश्रय स्थल, 1000 क्षमता वाले आश्रय स्थल बनेंगे, मवेशियों के रख रखाव पर खर्च करेगी सरकार, यूपीडा के टोल टैक्स पर भी 0.5 फीसदी सेस लगेगा।
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