ट्रंप की जीत से बांग्लादेश में होगी हसीना की वापसी … !
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने से साथ ही रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका 47 वें राष्ट्रपति बनाने जा रहे हैं. उनकी जीत के अवसर पर दुनिया भर के शीर्ष नेताओं ने बधाई संदेश भेजे, जिसमें से एक संदेश बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग पार्टी का अध्यक्ष शेख हसीना का भी है. इस संदेश में शेख हसीना ने ट्रंप के नेतृत्व क्षमता और अमेरिका की द्वारा उनके प्रति दिखाएं गए विश्वास की सराहना की है.साथ ही ट्रंप की जीत के साथ ही उन्होने बांग्लादेश और अमेरिका के संबंध मजबूत और बेहतर होने की भी बात कही है.
लेकिन यह संदेश मात्र बधाई का नहीं है, यह संदेश बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर करने के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है. इन दिनों हसीना भारत की राजधानी दिल्ली में शरण लिए हुए हैं, वही उम्मीद है कि ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद वे अमेरिका दौरे पर जा सकती हैं. इससे दोनो देशों के संबंध को नई दिशा तो मिलेगी ही बल्कि शेख हसीना भारत के साथ अमेरिका का समर्थन जुटाने में भी कामियाब हो सकती हैं…
बधाई संदेश में हसीना ने कही ये बात
बुधवार को अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद बांग्लादेश की अवामी लीग अध्यक्ष और बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उन्हें जीत की बधाई संदेश भेजा है. यह संदेश अवामी लीग के आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट के माध्यम से साझा किया गया है. इस प्रेस विज्ञप्ति को अवामी लीग कार्यालय सचिव बिप्लब बरूआ द्वारा हस्ताक्षरित किया गया है. साथ ही इसमें लिखा गया है कि, ट्रंप की शानदार चुनावी जीत उनके असाधारण नेतृत्व गुणों और अमेरिकी लोगों द्वारा उन पर जताएं गए अपार विश्वास का प्रमाण है. इस संदेश में हसीना ने एक प्रधानमंत्री के रूप में ट्रंप और मेलानिया ट्रंप के साथ पहली अध्यक्ष के दौरान कई बैठकों और बातचीत का जिक्र भी किया है.
इसके आगे बधाई संदेश में हसीना ने यह भी उम्मीद जताई है कि, ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के साथ ही बांग्लादेश और अमेरिका के मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होगें. अवामी लीग की अध्यक्ष ने दोनों देशों के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय हितों को बढ़ाने के लिए फिर से सहयोग करने का वादा किया है. उन्होंने राष्ट्रपति-निर्वाचित और उनके परिवार के लिए अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु और खुशहाली की कामना की है. साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका के मित्रों के लिए निरंतर शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना की है. साथ ही आपको बता दें कि, शेख हसीना बांग्लादेश की सबसे लंबे समय तक पीएम पद पर रहने वाली शख्सियत है. हालांकि, अगस्त माह में हुए जन विद्रोह के बाद उन्हें अपना देश छोड़ कर भारत में शरण लेनी पड़ी थी.
अंतर्राष्ट्रीय समर्थन पाने में लगी हसीना
बांग्लादेश के वर्तमान प्रधानमंत्री युनूस खान के अमेरिका में मजबूत संबंध और बाइडेन प्रशासन से घनिष्ठता होने के बावजूद भी हसीना का दांव कही न कही अमेरिका पर बड़ा दबाव बनाने का काम कर सकता है. हालांकि, हसीना के मुश्किल समय में अमेरिका के कूटनीतिक दबाव की वजह से भारत के अलावा कोई भी देश हसीना को शरण और वीजा देने से पीछे हट रहा था, लेकिन ट्रंप की जीत पर बधाई का यह दांव साफ करता है कि, हसीना ने हार नहीं मानी है और वे अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए वापस सक्रिय हो गयी हैं.
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कैसे हो सकती है शेख हसीना की वापसी?
बांग्लादेश फिलहाल इन दिनों अस्थिर राजनीतिक हालातों से गुजर रहा है , शेख हसीना के पद छोडने के बाद से वहां देश को अंतरिम सरकार चला रही है. जिसकी वजह से बांग्लादेश में लोकतंत्र की बहाली नहीं हो पाई है और वही चुनाव के होने के फिलहार आसार नजर नहीं आ रहे हैं. इसके साथ ही बड़ा सवाल यह है कि, बांग्लादेश में चुनाव कब होंगे ?
हालांकि इसको लेकर अंतरिम सरकार के सलाहकार डॉ. असिफ नज़रूल ने एक बयान जारी कर रहा था कि, एक साल के भीतर चुनाव हो सकते हैं, लेकिन उससे पहले चुनाव की दिशा में सुधार और राजनीतिक समझौते जरूरी है. अभी देश में चुनाव आयोग का गठन और मतदाता सूची तैयार होनी है और इसमें समय लगेगा तो, अगले साल तक चुनाव हो सकते है. उन्होने यह भी कहा था कि, देश में चुनाव घोषित करने का अधिकार अंतरिम सरकार के प्रमुख का मोहम्मद युनूस के पास है.
ट्रंप के आने से युनूस की बढेगी मुश्किलें
ऐसे में ट्रंप की जीत के साथ ही युनूस पर दबाव बढेगा, क्योंकि बाइडन के तरह ट्रंप उन्हें चुनाव के लिए अधिक समय नहीं देगे और जल्द से जल्द चुनाव करवाने को कहेंगे और चुनाव के साथ ही अवामी लीग के हिस्से वापसी की संभावनाएं बढ़ जाएगी. इन चुनावों में अवामी लीग पार्टी अपनी खोई हुई सत्ता को पाने की कोशिश करेगी और अमेरिका में ट्रंप की सत्ता उसे इस कोशिश में मदद करेंगी.