होली पर करोड़ों की शराब गटक गये बनारसी

आबकारी विभाग को हुआ 1.75 करोड़ का मुनाफा, अभी और आंकड़े आने बाकी

0

धर्म और आध्यात्म की नगरी काशी में इस बार जमकर शराब की बिक्री हुई. होली के दौरान आबकारी विभाग को वाराणसी जिले से 1.75 करोड़ रूपये का मुनाफा हुआ है. लेकिन यह पूरा आंकड़ा नही है. पूरे आंकड़े अभी आने बाकी हैं. मगर यह तय है इस बार पिछले साल की तुलना में आबकारी विभाग को 75 प्रतिशत से अधिक फायदा हुआ है. हालांकि शराब की खपत के इस आंकड़े में बनारसियों के अलावा काशी आनेवाले पर्यटकों और यात्रियों का भी हिस्सा है. बिहार में शराब बंदी के कारण वाराणसी जिले की बिहार से सटी सीमा के लोग भी शामिल हैं.

Also read : Varanasi : युवा एथलीट ने ट्रेन से कटकर दे दी जान

बनारस में होली की खुमारी भी बहुतों से उतरी नही है. जगह-जगह होली मिलन समारोह से लगायत कई कार्यक्रम हो रहे हैं. आबकारी विभाग सूत्रों की मानें तो होली के दौरान 1.75 करोड़ का लाभ हुआ है. इस बार होली पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. लोगों ने अपने-अपने ढंग से होली मनाई. दो दिन पहले से ही देसी-विदेशी मदिरा की दुकानों पर खरीदारों की लाइनें लगी रही.

शराब की खपत में यात्रियों का भी योगदान, पिछला रिकार्ड कर दिया ध्वस्त

कई लोगों ने तो बंदी की सूचना पहले से मिल जाने के कारण पहले से स्टाक जमा कर लिया था. मंगलवार को भी ठेकों पर शराब के शौकीनों का जुटान बना रहा. इस बार शराब के शौकीनों ने पिछले साल का रिकार्ड ध्वस्त कर दिया. यानी पिछले साल की तुलना में 75 प्रतिशत अधिक कमाई हुई. इनके बिहार वासियों का भी योगदान है. होली मनाने और शराब पर प्रतिबंध के कारण बनारस की सीमा के आसपास के मोहनिया, सासाराम, बक्सर और आसपास के लोग काशी धमक पड़े थे. बनारस में रिश्तेदारों, होटल, लाजों पर ठहरकर गंगा घाट और प्रमुख स्थानों पर घूमने के साथ होली मनाई गई. यही वजह है कि इस बार सभी आंकड़ों को पीछे छोड़ते हुए करोड़ों रुपए की शराब की खरीदारी हुई है. आबकारी विभाग का कहना है कि अभी पूरा डाटा मिलना बाकी है.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More