Russia vs Nato : नाटो के इस देश पर हमला कर सकता है रूस, बाइडेन ने दी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति वलादिमीर पुतिन को लेकर एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने रूस द्वारा नाटों देशों पर हमले की योजना बनाने की बात कही. हालांकि बाइडेन ने अपनी टिप्पणी के लिए कोई स्पष्ट सबूत पेश नहीं किया था.
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यह पूरी तरह से बकवास है- पुतिन
रोसिया राज्य टेलीविजन द्वारा रविवार को प्रसारित एक साक्षात्कार में पुतिन ने कहा कि यह पूरी तरह से बकवास है और मुझे लगता है कि राष्ट्रपति बाइडेन इसे समझते हैं. उन्होंने कहा कि यह बाइडेन द्वारा रूस पर अपनी “गलत नीति“ को सही ठहराने का एक प्रयास था. रूस के पास नाटो देशों के साथ लड़ने का कोई कारण और कोई रुचि नहीं है. इसमें कोई भूराजनीतिक हित नहीं है और न ही आर्थिक, राजनीतिक और न ही सैन्य.“ वहीं उन्होंने अमेरिका को नाटो का मास्टर बताया.
President Putin on Biden’s remarks that “Russia is going to fight with NATO”:
This is complete nonsense. Russia has no reason, no interest, neither geopolitical, nor economic, nor political, nor military, to fight with NATO countries.
We have no territorial claims against… pic.twitter.com/zNrkxnVu0M
— 🇺🇲Salty Texan (@texan_maga) December 17, 2023
फिनलैंड को दे चुके हैं चेतावनी
पुतिन ने चेतावनी दी है कि अप्रैल में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने के बाद पड़ोसी फिनलैंड के साथ समस्याएं होंगी. फ़िनलैंड के नाटो में शामिल होने से उत्तरी यूरोप में सुरक्षा परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव आया और रूस के साथ गठबंधन की सीमा में लगभग 1,300 किलोमीटर (830 मील) का इजाफा हुआ. यह राष्ट्रपति पुतिन के लिए भी एक झटका था, जो लंबे समय से नाटो के विस्तार के खिलाफ चेतावनी देते रहे हैं.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन ने रविवार को इंटरव्यू में कहाकि ‘उन्होंने फ़िनलैंड ले लिया और उसे नाटो में खींच लिया क्यों? क्या फिनलैंड के साथ हमारी कोई समस्या नहीं थी, लेकिन अब होगी. क्योंकि हम अब वहां लेनिनग्राद सैन्य जिला बनाएंगे और निश्चित रूप से वहां सैन्य इकाइयों को केंद्रित करेंगे.
Russia vs Nato: नया वॉरफ्रंट खोलने की है मंशा
अमेरिकन मीडिया में यह बात चल रही है कि रूस दुनिया में नया वॉरफ्रंट खोलने की चाहत में है. अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि रूस-युक्रेन के बीच शांति-वार्ता तभी संभव है जब दुनिया में कई जगह युद्ध के फ्रंट खुले हो. एसे में आर्थिक मंदी से बचने के लिये कोई न कोई उपाय निकालना होगा. इसीलिये रूस मल्टी वॉरफ्रंट की मंशा से नाटो के नवीनतम सदस्य फिनलैंड पर हमला कर सकता है. हमास-इजराइल के बीच के युद्ध को भी रूस बाकी बाकि देशों में भी फैलाने की कोशिश में दिखा था. हालांकि इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिका का रशिया-युक्रेन युद्ध से ध्यान भटकाना था.
युक्रेन पर भी अचानक से किया था हमला
बता दें कि फरवरी, 2022 में युक्रेन पर हमले के एक दिन पहले तक रूस ने हमलों का दावा कर रही सभी खबरों को झूठा बताया था. हालांकि इसके बाद 24 फरवरी 2022 को रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने मिलिट्री ओपरेशन के नाम पर युक्रेन के खिलाफ अपनी सेना उतार दी थी. इसी को देखते हुए एसी आशंका जताई जा रही है कि फिनलैंड पर भी रूस अचानक हमला कर सकता है.
Exactly one year ago Putin's spokesman Dmitriy Peskov said Russia wasn't going to attack Ukraine and "it never attacked anyone."
Four days remained until the full-scale invasion of Russia into Ukraine. pic.twitter.com/em05xfk3Jr
— Anton Gerashchenko (@Gerashchenko_en) February 20, 2023