Passport Index 2023 : सिंगापुर बना सबसे मजबूत पासपोर्ट वाला देश, भारत को 83वां स्थान

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हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2023 में सिंगापुर ने जापान को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने सिंगापुर के पासपोर्ट को सबसे ताकतवर बताया है. सिंगापुर के नागरिक दुनिया में 192 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल कर सकते हैं. दूसरा स्थान जापान को मिला है, जिसके नागरिकों को 191 देशों का वीजा-फ्री यात्रा की सुविधा उपलब्ध है. वहीं तीसरा स्थान संयुक्त रूप से फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, इटली , दक्षिण कोरिया, स्पेन और स्वीडन को मिला है, जहां के नागरिकों को 190 देशों का वीजा-फ्री प्रवेश मिला है.

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देश

(Name of Country)

एक्सेस

(Access)

1.    सिंगापुर193
2.    जापान192
3.    फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, इटली, साउथ-कोरिया, स्वीडन, स्पेन191
4.    ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड, लक्जमबर्ग, ब्रिटेन, नीदरलैंड,190
5.    बेल्जियम, मालता, नार्वे, पुर्तगाल,189
6.    ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, स्विट्जरलैंड188
7.    चेक, ग्रीस, पोलैंड, कनाडा, अमेरिका187
8.    हंगरी186
9.    लिथुआनिया185
10.  एस्टोनिया, लातविया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया184

पासपोर्ट की मजबूती से पड़ता है प्रभावी असर


अंतर्राष्ट्रीय यात्रा में पासपोर्ट की शक्ति को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए. आखिर पासपोर्ट इंडेक्स की मदद से यह निर्धारित कर सकते हैं कि किस देश का नागरिक कितनी आसानी से सीमा पार कर सकता है और कितने देशों में यात्रा बिना वीजा के कर सकता है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स एक विश्वव्यापी सूची है जो देशों को उनके नागरिकों की यात्रा स्वतंत्रता के आधार पर रैंक करती है. यह दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्टों का विस्तृत सारांश प्रस्तुत करता है. हेनले पासपोर्ट इंडेक्स उन देशों की संख्या के आधार पर पासपोर्ट को रैंक करता है जहां उनके धारक आगमन से पहले वीजा की आवश्यकता के बिना यात्रा कर सकते हैं. रैंकिंग अंतर्राष्ट्रीय वायु परिवहन प्राधिकरण (IATA) द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा द्वारा निर्धारित की जाती है, जो दुनिया भर में यात्रा जानकारी का सबसे व्यापक और सटीक डेटाबेस रखता है.

सूची निर्धारित करने का मापदंड

हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में पासपोर्ट रैंकिंग एक व्यापक पद्धति पर आधारित है जो कई कारकों पर विचार करती है. इनमें वे देश शामिल हैं जहां पासपोर्ट धारक वीज़ा-फ्री प्रवेश कर सकता है. कोई भी देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि , अन्य देशों के साथ राजनयिक संबंध और उसके अंतरराष्ट्रीय समझौते जैसे तत्वों पर निर्भर करते है.
पासपोर्ट की शक्ति निर्धारित करने में अंतर्राष्ट्रीय संबंध महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. मजबूत राजनयिक संबंधों और सकारात्मक अंतरराष्ट्रीय संबंधों वाले देशों के पास अक्सर शक्तिशाली पासपोर्ट होते हैं जो उनके नागरिकों को अन्य देशों में व्यापक वीज़ा-मुक्त पहुंच प्रदान करते हैं.
पासपोर्ट की शक्ति किसी देश के नागरिक के जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है, जिससे हेनले पासपोर्ट इंडेक्स वैश्विक गतिशीलता को समझाने के लिए एक मूल्यवान संसाधन बन जाता है.

भारत की रैंकिंग में सुधार

वर्ष 2023 में भारत के पासपोर्ट को 83वां स्थान दिया गया है. हाल ही में ईरान ने भी भारत को वीजा-फ्री देशों की सूची में स्थान दिया है. भारत के साथ
Guinea, Cote d’Ivoire और Togo को भी 83वें स्थान पर रखा गया है. इंडेक्स के अनुसार भारत समेत इन देशों के पासपोर्ट धारक को 58 देशों में वीजा-फ्री यात्रा की सुविधा प्राप्त है. वहीं रशियन फेडरेशन को 49वें स्थान पर रखा गया है. युक्रेन पर युद्ध करने के बाद से ही पश्चिमी देशों के आर्थिक प्रतिबंध झेल रहे इस देश के नागरिकों को 116 देशों में वीजा फ्री सुविधा उपलब्ध है. वहीं चीन को 63वें स्थान पर स्थान पर रखा गया है. चीन के नागरिक 83 देशों में वीजा फ्री प्रवेश कर सकते है.

Passport Index 2023: रैंकिंग में निचला स्थान पाने वाले देश

2023 के इस सूची में अफगानिस्तान 105 वें स्थान के साथ सबसे कमजोर पासपोर्ट वाला देश है. तालिबान शासित इस देश के नागरिकों को मात्र 27 देशों में वीजा-फ्री की सुविधा उपलब्ध है. भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान को भी 102वां स्थान दिया गया है. दुनिया में मात्र 33 देश हैं जो पाकिस्तान के नागरिकों को फ्री-वीजा की सुविधा उपलब्ध कराते है. सीरिया, ईराक, यमन, सोमालिया,उत्तर कोरिया आदि देशों को भी कमजोर पासपोर्ट वाले देशों की सूची में रखा गया है.

 

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