पश्चिमी यूपी के कुख्यात को फर्जी एनकाउंटर का अंदेशा, पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में डाली याचिका
उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अब पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुख्यात व मेरठ के करनावल गांव निवासी उधम सिंह की पत्नी को आशंका है कि उसके पति का फर्जी एनकांउटर किया जा सकता है। इसी के चलते उधम सिंह की पत्नी ने अपने पति की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें उसने अपने पति के फर्जी एनकांउटर का अंदेशा जताया है।
दरअसल, विकास दुबे एनकाउंटर के बाद पुलिस ने पूरे प्रदेश में बदमाशों की लिस्ट तैयार कर रही है। टॉप 25 बदमाशों में उधम सिंह का नाम भी शामिल किया गया है। उधम सिंह की पत्नी का कहना है कि पेशी पर लाते वक्त उसके पति का पुलिस एनकाउंटर कर सकती है।
दावा- पहले भी मारने की हुई कोशिश-
इस मामले में आजमगढ़ जेल में बंद उधम सिंह की पत्नी ने किसी भी तरह का फर्जी एनकाउंटर नहीं होने की मांग की गई है। बता दें कि उधम सिंह की पत्नी रोहटा थाना क्षेत्र के करनावल गांव की चेयरमैन भी है।
वकील ने एसटीएफ पर आरोप लगाए हैं कि पहले भी उधम को मारने की कोशिश की जा चुकी है। इस संबंध में मेरठ के एसएसपी, डीजीपी और मानवाधिकार आयोग को याचिका का एक पत्र भेजा गया है। बताया गया कि विकास दुबे एनकाउंटर के बाद पुलिस पूरे प्रदेश में बदमाशों की लिस्ट तैयार कर रही है और इसमें पति का नाम डाला गया है।
उधम सिंह की पत्नी पुष्पा देवी ने जो पत्र पुलिस अधिकारियों को भेजा हैं, उसमें लिखा है कि उसके पति पिछले नौ साल से जेल में बंद हैं। उनका अब अपराध से कोई वास्ता नहीं है। कई बार उनके पति उधम सिंह का नाम बेवजह सुर्खियों में लाया गया है। साथ ही मानवाधिकार आयोग और सुप्रीम कोर्ट को भी यह पत्र भेजा गया है।
सुरक्षा बढ़ाने और गलत एनकाउंटर नहीं करने की मांग-
उनके पति पर 11 अक्टूबर 2012 में गाजियाबाद कोर्ट में कातिलाना हमला किया गया था। इसका केस कोर्ट में चल रहा है। पुष्पा देवी ने पत्र में लिखा है कि दो दिसंबर 2019 को उनके पति को पेशी पर मेरठ लाया गया था। वापसी में एसटीएफ मेरठ की टीम ने पुलिस की गाड़ी को किठौर में रोका था। यहां पर उधम सिंह को फर्जी एनकाउंटर की धमकी दी गई थी।
उस समय इस संबंध में पुलिस अधिकारियों और कोर्ट से शिकायत की गई थी। कोर्ट ने इस प्रकरण में हस्तक्षेप भी किया था। पुष्पा ने आशंका जताई कि पुलिस उधम का आजमगढ़ जेल से मेरठ पेशी पर आते-जाते समय पुलिस अभिरक्षा में ही एनकाउंटर कर सकती है। इस संबंध में सुरक्षा बढ़ाने और गलत एनकाउंटर नहीं करने की मांग की गई है।
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