नेपाल में फंसे 96 और तीर्थयात्री बचाए गए

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कैलास मानसरोवर की यात्रा के दौरान फंस भारतीयों में से बुधवार को 96 तीर्थयात्रियों  को बचा (rescued ) लिया गया है। खराब मौसम की वजह से तकरीबन डेढ़ हजार तीर्थयात्री अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए थे। इनमें से 104 तीर्थयात्रियों को हिलसा के सिमिकोट से मंगलवार को बचाया गया था।

73 भारतीयों बचाकर विमान से सुरखेत पहुंचाया गया

नेपाल में सूत्रों के मुताबिक, कम से कम 73 भारतीयों बचाकर विमान से सुरखेत पहुंचाया गया है, तो बाकी 23 के लिए चॉपर का इस्तेमाल किया गया। अगर मौसम ठीक रहता है तो बचाव कार्य अगले 2 से 3 दिनों के अंदर पूरा हो जाएगा।

तीर्थयात्रियों की कैलास मानसरोवर यात्रा से लौटते समय मौत हो गई

इस बीच, जो तीर्थयात्री तिब्बत में हैं, सुरक्षित हैं और फिलहाल वहीं रहेंगे। नेपाल में बचाव कार्य पूरा होने के बाद उन्हें वापस लाए जाने का काम शुरू होगा। इससे पहले आंध्र प्रदेश और केरल के एक-एक तीर्थयात्रियों की कैलास मानसरोवर यात्रा से लौटते समय मौत हो गई थी।

यहां-यहां फंसे हैं तीर्थयात्री

भारी बारिश के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा के रास्ते में 1500 से ज्यादा श्रद्धालु फंस गए थे। नेपाल में भारतीय दूतावास के आंकड़ों के अनुसार, 525 तीर्थयात्री सिमिकोट, 550 तीर्थयात्री हिलसा और तिब्बत की तरफ करीब 500 श्रद्धालु फंसे हुए हैं।

नेपाल में भारतीय दूतावास ने फंसे हुए तीर्थयात्रियों और परिवारवालों के लिए हॉटलाइन नंबर भी जारी किए हैं। ये नंबर इस प्रकार हैं: 9851107006, 9851155007, 9851107021, 9818832398, कन्नड़- 9823672371, तेलुगू- 9808082292, तमिल- 9808500642, मलयालम- 9808500644।

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