देश के सरकारी बैंकों में आज से दो दिनों तक बैंकिंग संबंधित कार्य प्रभावित होने की संभावना है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब 9 लाख कर्मचारी आज से दो दिन हड़ताल पर जा रहे है जिससे बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की आशंकाएं है। यह हड़ताल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को निजीकरण करने के खिलाफ किया जा रहा है। बता दें कि सरकार ने बजट 2021-22 के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव दिया था।
बैंकिंग सेवाएं होंगी प्रभावित:
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने अपने ग्राहकों को यह सूचित किया की फंड ट्रांसफर चेक क्लीयरेंस या बैंक से जुड़ी अन्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी। आल इंडिया बैंक ऑफिसर कॉन्फिडेरशन के महासचिव सौम्य दत्ता ने बताया की बुधवार को अतिरिक्त मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष सुलह-सफाई बैठक नाकाम रही और यूनियन के नेताओं ने हड़ताल पर जाने का फैसला अडिग रखा।
कर्मचारी करेंगे हड़ताल:
आपको बता दे की हड़ताल यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक्स यूनियन ने किया है। इसमें 9 हजार कर्मचारी शामिल है। यूनियन के नेताओं के कहना है हड़ताल सरकार द्वारा 2 सरकारी बैंकों के निजीकरण करने के प्रयास के खिलाफ किया गया है।यूनियन नेताओं का मानना है की केंद्र सरकार संसद के मौजूदा सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक लेकर आ रही है जिससे भविष्य में किसी भी सरकारी बैंक को निजी क्षेत्र में देने का रास्ता साफ हो जाएगा। बैंक कर्मचारी व अधिकारी सरकार के इस निर्णय के खिलाफ आज से दो दिन की देशव्यापी हड़ताल पर है।
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