योगी जी… जरा इन गांवों पर डालिए नजर, हर दावें की धज्जियां न उड़ जाएं तो कहिएगा

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योगी जी जरा एक नजर इन गांवों पर डालिए जहां सड़क से लेकर आपके किए दावों की धज्जियां न उड़ जाएं तो कहिएगा। इन गांवों ने न तो उज्जवला, सरकारी आवास से लेकर पक्की सड़कों तक के दांवे खोखले साबित हो रहे हैं। हालात ये हैं कि ग्रामीण इस तरह जनसमस्याओं के अभाव में जीवन जीने को मजबूर हैं।

यूपी के इटावा जनपद के ग्राम पंचायत विरारी के लगभग 8 गाँव में  ग्रामीणों ने लगाया ग्राम प्रधान पर आरोप लगाया है। कहा कि कालोनी के नाम पर 25 – 25 हजार रुपये लगभग 2 सैकड़ा से ज्यादा गरीबों से लूट कर लाखों के बारे न्यारे कर लिये जब गरीबों ने ग्राम प्रधान पर दबाव बनाया तो प्रधान से सीधी धमकी भी दे डाली जहाँ भी हमारी शिकायत करो हमारा कोई भी कुछ नही बिगाड़ सकता है।

ग्राम प्रधान अभिषेक अपनी दबंगई दिखाकर जनता को रौब दिखाता है गाँव की जमीनी हकीकत को देखा जाये तो प्रधानी के 4 साल में गाँव मे विकास कार्य नही कराया गया गाँव मे बनी गलियां गड्डों में तबदील हो चुकी हैं स्कूली बच्चों से लेकर आम जनता गड्डों में शिकार होते रहते है।  गाँव मे पहुँचे तो लोगों के आंसू झलक उठे गरीबों ने मीडिया के सामने रो रो कर अपनी दर्द को बयां किया।

पड़ताल कर खोली प्रधान की पोल ग्राम प्रधान अभिषेक और सचिव ने मिलकर गरीबों से 25 – 25 हजार कालोनी के नाम पर कर डाली लाखों की लूट विकास कार्यों में लगा रहे पलीता लेकिन सुधरने का नाम नही ले रहे गांव के प्रधान ।

ग्राम पंचायत विरारी की क्या जमीनी हकीकत

इटावा जनपद में भरथना क्षेत्र विधायिका सावित्री कठेरिया का  क्षेत्र है लेकिन गाँव की हकीकत को देखा जाये तो पूरी ग्राम पंचायत की जनता नर्क की जिन्दगी जी कर भगवान को याद करते नजर आ रहे है मोदी सरकार गरीबों को कई योजनायें देने की बात करती है लेकिन ग्राम पंचायत बिरारी की गाँव की हकीकत कुछ और बयां कर रही है।

इटावा जनपद की बात की जाये तो ग्राम पंचायत विरारी में आज तक कोई भी विकास कार्य नही कराया गया और न ही हैंडपम्पों की कोई सुविधा एक एक बूंद पानी के लिये तरस रहे है लोग। सरकार की पोल पूरी तरह खुलकर जनता के सामने आ गयी है डीएम शैल्वा कुमारी ने पूरा जिला 15 अगस्त को  ओडीएफ घोषित कर दिया था, लेकिन जनपद में धरातल की बात की जाये तो 30% गाँव मे आजादी के बाद विकास कार्यों से वंचित है।

आखिर गरीबों के दर्द को  कौन सुनेगा पीड़ितों का कहना है ग्राम प्रधान और प्रसाशनिक अधिकारी मिलकर कुसियों पर बैठकर विकास कार्य कागजों में दफना रहे हैं। आखिर जनता का दर्द कौन सुनेगा जो झोपड़ी में जिंदगी गुजारने के बाद एक छोटा से आवास का सपना पूरा होगा।

ग्राम प्रधान की काली करतूत की खुली पोल

ग्राम पंचायत विरारी में वीआईपी बिल्ड़िंग के ऊपर बनाया गया सरकारी आवास लगभग 1 दर्जन से ज्यादा पति और पत्नी को दिये गये सरकारी आवास झोपड़ीमें रहने वाले आज भी खुले में रहने को मजबूर शो पीस में बनाये गये शौचालय जो आज तक गड्ढे नही बनाये गये 2 साल पहले  दिये गये आवास अभी तक पड़े अधूरे लगभग ग्रामपंचायत में लाखों की लूट ग्राम पंचायत की जनता ने जांच कर कार्यवाही करने की लगाई न्याय की गुहार ।

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