योगेंद्र यादव से खास बातचीत : आखिर क्या है किसान बिल, क्यों इसके विरोध में है किसान
करीब एक महीना पहले केंद्र सरकार ने पार्लियामेंट में किसानों को लेकर तीन बिल आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020, फॉर्मर्स प्रोड्यूस ट्रेड ऐंड कमर्श (प्रमोशन ऐंड फैसिलिटेशन) बिल 2020 और फॉर्मर्स (एम्पॉवरमेंट ऐंड प्रोटेक्शन) अग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस ऐंड फार्म सर्विसेज बिल 2020 पास कराए।
सरकार का कहना है कि इससे किसानों को फायदा होगा। इस कानून के कारण किसान अपनी फसल को बाजार में अपनी सहूलियत और मुनाफे के हिसाब से बेच पाएंगे। इस कानून के वजह से उन्हें अपनी फसल को सीधा कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउस, प्रोसेसिंग प्लांट्स, होटल, रेस्टोरेंट में बेचने की आजादी होगी।
लेकिन इसके बावजूद किसान इस बिल का विरोध पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े किसान कर रहे है। किसानों को डर लगता है कि सरकार धीरे-धीरे MSP और सरकारी खरीद की परंपरा खत्म कर देगी।
क्या कहना है योगेंद्र यादव का ?-
इस मामले को लेकर जर्नलिस्ट कैफे के खास मेहमान स्वराज इंडिया पार्टी के अध्यक्ष योगेंद्र यादव से खास बातचीत की। इस बातचीत के दौरान किसान बिल को लेकर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई। बता दें कि योगेंद्र यादव भी किसानों के साथ इस बिल का विरोध में शामिल हुए है।
जब योगेंद्र यादव से पूछा कि आखिर क्यों किसान इस बिल का विरोध कर रहे है तो उन्होंने इसके तीन कारण बताए। उन्होंने कहा कि सरकार ने आनन-फानन में पास किये गए है। कोविड 19 महामारी के दौरान किसान बेहाल है।
विरोध प्रदर्शन को लेकर योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान अपनी जरूरतों की मांग कर रहा है। लेकिन इस बिल में किसान की राया को दरकिनार किया गया। उन्होंने कहा कि संघ परिवार भी इन कानूनों से हाथ नहीं मिलाना चाह रहा है। योगेंद्र यादव ने कहा कि इन कानूनों से सरकार को ही फायदा होगा।
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