ये सेल्फी कहीं आखिरी न हो !
आज के समय में जहां देखो हर किसी को सेल्फी लेने का मानो चसका सा लग गया है। अच्छी-अच्छी जगह घूमने जाना और वहां जाकर सेल्फी लेकर सोशल साइट्स पर डालना सबको पसंद है लेकिन सेल्फी लेने के इस खुमार ने हमे इतना पागल बना दिया है कि हम सोचते भी नहीं की कहीं यह हमारी आखिरी सेल्फी न हो। कुछ ऐसा ही एक नया मामला सामने आया है, जिसमें सेल्फी लेने के चक्कर में एक लड़की की जान जोखिम में पड़ गई। बिजनौर में गंगा बैराज पर एक महिला सेल्फी लेने के चक्कर में नीचे गिर गई। महिला के नीचे गिरने से हड़कंप मच गया और आनन-फानन में उसे किसी तरह से रस्सी के जरिए बाहर निकाला गया।
सेल्फी के चक्कर में पहले भी कई लोगों की गई जान
दिल्ली के शाहदरा इलाके में 17 साल के एक लड़के की सेल्फी लेने के चक्कर में ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। वह अपने दोस्तों के साथ ट्रैक पर खड़े होकर सेल्फी ले रहा था। इसी दौरान हादसा हुआ। वह अपने परिवार के साथ वेलकम इलाके की लोहा मंडी मार्केट में रहता था। अरबाज सरकारी स्कूल में 12वीं में पढ़ता था।
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14 मार्च 2017 को सेल्फी बनी मौत का कारण
जोधपुर की एक पुरानी बावड़ी में गिरने से एक मेजर की मौत हो गई। मेजर संजय द्विवेदी जोधपुर में सेना की सिग्नल रेजिमेंट में तैनात थे। वह बावड़ी के बिल्कुल किनारे पर खड़े होकर सेल्फी ले रहे थे तभी उनका संतुलन बिगड़ गया और उनका पांव फिसल गया और वह सीधे बावड़ी में जा गिरे। बावड़ी में लगभग सौ से डेढ़ सौ फीट पानी भरा हुआ था।
1 अगस्त 2017 को मौत की सेल्फी
उदयपुर के गोगुन्दा निवासी संजय रविवार को छुट्टी होने पर पांच दोस्तों के साथ कठार नदी के पास पिकनिक मनाने गया था। रास्ते में ही बनास नदी पर पुलिया पर सभी दोस्त फोटो लेने के लिए रुके। इस दौरान संजय का पैर फिसल गया और वह तेज बहाव होने के कारण उसमें बह गया।