भ्रष्टाचारी का नहीं करूंगा चुनाव प्रचार, ओम प्रकाश दूबे ‘बाबा’ ने सपा की सदस्यता त्यागी
वाराणसी: लोकसभा चुनाव के पहले जौनपुर में समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. बदलापुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक ओम प्रकाश दुबे उर्फ बाबा दुबे ने पार्टी छोड़ दी है. सपा ने जौनपुर से बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है. बताया जाता है कि लोकसभा का टिकट नहीं मिलने को लेकर बाबा दुबे में नाराजगी थी. इस कारण उन्होंने सपा से इस्तीफा दे दिया. शनिवार(11 मई) को धर्मसंघ में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने पार्टी छोड़ने की घोषणा की. उन्होंने बताया कि सपा प्रमिख अखिलेश यादव को पत्र लिखकर अपने निर्णय की सूचना दे दी है.
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भ्रष्टाचारी को टिकट देना बताई मुख्य वजह
प्रेसवार्ता के दौरान बाबा दूबे ने बताया कि सपा द्वारा सत्ता में रहते भ्रष्टाचार के आरोप में बाबू सिंह कुशवाहा को जेल भेजने वाली केन्द्र की कांग्रेस और राज्य की समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट देकर जन भावना के विरुद्ध काम किया है. वहीं कहा कि वह ऐसे व्यक्ति का प्रचार नहीं कर सकते हैं जिसके खिलाफ दर्जनों आपराधिक मुकदमें दर्ज हों. वहीं उन्होंने कहा कि 2009 में जब बसपा की बहुमत की सरकार थी तब ऐसी परिस्थिति के चलते उन्होंने बसपा छोड़ सपा का दामन थामा था. बता दें कि 2009 में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार रहते बाबा दुबे ने बसपा से नाता तोड़कर और सपा का दामन थामा था. दरअसल 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बदलापुर विधानसभा से बाबा दुबे पर दांव लगाया था और उन्होंने जीत दर्ज की थी. हालांकि बाबा दुबे को विधानसभा 2017 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था.
भाजपा में शामिल होने पर कही यह बात
प्रेसवार्ता में उन्होंने पत्रकारों के कई सवालों के जवाब दिये. भाजपा में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि आगे का निर्णय वह अपने प्रशंसको एवं कार्यकर्ताओं से बातचीत करके लेंगे. वहीं कहा कि वह बनारस के वासी हैं और वोट जरूर देंगे और किसको दिया वह भी जरूर बताएंगे. वहीं किस के समर्थन में प्रचार करेंगे के सवाल पर कहा कि जो भी सबसे कमजोर होगा वह उसका समर्थन करेंगे. वहीं सपा का कांग्रेस से गठबंधन होने पर कोई नाराजगी न होने का जवाब दिया.
विधायक रहते बाबा दुबे ने उठाये थे यह कदम
बाबा दुबे ने बदलापुर विधानसभा से विधायक (2012-2017) रहते प्रदेश में न्यूनतम अपराध दर और भ्रष्टाचार मुक्त वाले प्रगतिशील विधानसभा की पहचान बनाई थी.