क्या लोकसभा चुनाव लड़ेगीं अपर्णा?, तेज हुई चर्चाएं…
लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने दो लिस्ट जारी कर दी है. इन दो लिस्टों में BJP ने 250 से अधिक उम्म्मीद्वारों के नाम का एलान भी कर दिया है. इस सब के बीच यदि हम बात उत्त्तर प्रदेश की करें तो राज्य में अभी भी कई ऐसी सीटें है जहां उम्मीदवारों के नाम का एलान होना बाकी है. इन सभी के बीच यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि BJP इन नेताओं पर दांव लगा सकती है. उन्हीं में से एक नाम है मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव का .
SP से बगावत कर BJP में हुईं थी शामिल
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव अपने ज्येष्ठ अखिलेश यादव से बगावत कर भाजपा में शामिल हो गयी थीं. तब से उन्हें पार्टी में पद मिलने के कयास लगाए जाने लगे थे लेकिन तब से लेकर अभी तक उन्हें कोई पद नहीं मिला. लेकिन अब लोकसभा चुनाव के बीच एक बार फिर कयास लगाए जा रहे हैं कि अपर्णा यादव को पार्टी टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार सकती है. माना जा रहा था कि बीजेपी अपर्णा लखनऊ उम्मीदवार बनाई जा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
संगठन मंत्री से की मुलाकात
प्रदेश में अपर्णा के टिकट को लेकर एक बार फिर से चर्चाओं के बाजार उस समय ज्यादा गर्म हो गए जब अपर्णा ने दिल्ली में जाकर संगठन मंत्री सुनील बंसल से मुलाकात की थी. मुलाकात ने बाद अपर्णा ने इन तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ” X ” में शेयर की थी. वहीं, अपर्णा ने सुनील बंसल से मुलाकात को औपचारिक बताया. सुनील से मुलाकात के बाद अपर्णा खुश दिखाई दे रहीं हैं जब लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है.
BJP में सामान्य कार्यकर्ता के तौर में अपर्णा
गौरतलब है कि अपर्णा यादव को भाजपा में शामिल हुए दो साल हो गए हैं. और अभी भी वह पार्टी में सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम करती नजर आ रही हैं जबकि कई बार उनके चुनाव लड़ने की चर्चा हुई लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया और न ही पार्टी में कोई पद. लेकिन पार्टी के टिकट और लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल को वो हमेशा टालती रही.
पार्टी में जिम्मेदारी निभाने की कही थी बात-
बता दें कि 2023 में में अपर्णा ने पार्टी के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की थी. उस दौरान भी राजनीति के चाणक्य इसके कई मायने निकाल रहे थे लेकिन तब अपर्णा ने कहा था कि बीजेपी एक बड़ी और राष्ट्रीय पार्टी है. पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी उसे वह निभाएंगी.
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परिवार के खिलाफ चुनाव न लड़ना-
जानकारी के मुताबिक, अपर्णा यादव बीजेपी के शीर्ष नेताओं को अवगत करा चुकी हैं कि वह यादव परिवार के किसी भी नेता के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगी और न ही उनके खिलाफ प्रचार करेंगी. बताया जा रहा है कि परिवार मोह होने के कारण पार्टी उन्हंस टिकट नहीं दे रही है क्योंकि उन्होंने साफ़ कर दिया है कि वह- अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव और डिंपल यादव जैसे दिग्गज नेताओं में शामिल है.