प्रियंका की सक्रियता से ‘सक्रिय’ हो जाती है योगी सरकार !
जब से कांग्रेस में प्रियंका गांधी का उदय हुआ है, जब से उनकी सक्रियता राजनीति में बढ़ी है तब से कांग्रेस को भी विपक्ष के रुप में आक्रामक हो गई है। प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कांग्रेस का महासचिव बनाया गया था। साथ ही उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था।
उस दौरान उन पर कांग्रेस में नई जान फूंकने की जिम्मेदारी दी गई। हालांकि कांग्रेस इस चुनाव में कुछ खास प्रदर्शन तो नहीं कर पाई थी लेकिन उनकी सक्रियता से विपक्ष को बड़ा बल मिला है।
प्रियंका गांधी की इस सक्रियता को उत्तर प्रदेश की वर्तमान योगी सरकार काफी तवज्जो देती है। जब भी प्रियंका गांधी किसी मुद्दे को लेकर कोई एक्शन करती है, प्रदेश सरकार की ओर से बड़ा रिएक्शन आता है।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि आखिर क्यों प्रियंका की सक्रियता से योगी सरकार ‘सक्रिय’ हो जाती है ? इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शुक्ला द्वारा किया गया विश्लेषण देखते हैं।
क्यों प्रियंका की सक्रियता से ‘सक्रिय’ हो जाती है योगी सरकार ?
– प्रियंका ने उम्भा प्रकरण को बनाया था बड़ा मुद्दा
– उन्नाव कांड में भी योगी सरकार को घेरा
– एनआरसी को लेकर भी बीजेपी पर किया वार
– बार-बार क्यों मुख्य विपक्ष की भूमिका में दिख रही है कांग्रेस
– यूपी में कम ताकत के बाद भी ‘ताकतवर’ कांग्रेस !
– यूपी कांग्रेस की प्रभारी हैं प्रियंका गांधी
– प्रियंका गांधी को तवज्जो देने के पीछे योगी की चाल
– कहीं अखिलेश-माया को कमजोर करने की कोशिश तो नहीं !
– मिशन 2022 की तैयारियों में प्रियंका गांधी
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