10 या 11 नवंबर कब मनाया जाएगा धनतेरस ? जानें मुर्हूत और पूजन विधि..
दीपों के त्यौहार दीपावली की हिन्दू धर्म में काफी मान्यता रहती है, यह त्यौहार सुख-समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना गया है. मान्यता अनुसार, दीपावली के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का घर में आगमन होता है. इसी वजह से दीपावली पर घरों की रंगाई – पुताई, सजाया और संवारा जाता है, पांच दिवसीय इस त्यौहार की शुरूआत धनतेरस से होती है. इस दिन धन्वंतरि, कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. वही धनतेरस पर कई चीजों का खरीदना भी शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इन वस्तुओं को खरीदने से घर के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा हर साल बनी रहती है, जिससे उन्हें पैसे की कमी नहीं होती. साल 2023 में धनतेरस के शुभ मुहूर्त, पूजाविधि और खरीदने के लिए शुभ चीजों के बारे में जानिए….
शुभ मुहूर्त
हर साल कार्तिक माह कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, इस साल 10 नवंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 35 मिनच से धनतेरस की शुरुआत होगी और 11 नवंबर 2023 को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट पर इसका समापन होगा। इसलिए उदया तिथि के अनुसार, इस बार 10 नवंबर को ही धनतेरस मनाया जाएगा।
खरीददारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस के दिन दोपहर 2 बजे 35 मिनट से 11 नवंबर 2023 को सुबह 6 बजे 40 मिनट तक खरीददारी का शुभ मुहूर्त होगा. इस दिन सोना – चांदी और बर्तन को खरीदना शुभ माना जाता है।
पूजा का शुभ मुर्हूत
पंचांग के अनुसार, धनतेरस में पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 45 मिनट से शुरू होकर 7 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा, इस शुभ समय में लक्ष्मी, गणेश, कुबेर और धन्वंतरि देवता की पूजा करना बहुत महत्वपूर्ण है.
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पूजन विधि
धनतेरस के दिन पूजा के शुभ मुहूर्त में उत्तर दिशा में धन्वंतरि, कुबेर और गणेश की प्रतिमाएं रखें. मंदिर में दीपक जलाकर सभी देवताओं की पूजा करें. उन्हें धूप, दीपक, फल, फूल, अक्षत, चंदन, इत्र, मिठाई और सब कुछ अर्पित करें. इसके बाद ऊँ ह्रीं कुबेराय नमः मंत्र जाप करें.धन्वंतरि स्तोत्र पढ़ें. साथ ही सुख-समृद्धि की कामना करते हुए माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें.