पाकिस्तानी जल्लाद ‘BAT’
जम्मू के मेंढर सेक्टर में एलओसी पर पाकिस्तान ने फायरिंग की। इस हमले में दो भारतीय जवान शहीद हो गए। जिनके शवों के साथ बर्बरता की गई। ये हमला पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम यानी ‘बैट’ ने किया। इस फायरिंग में पाकिस्तानी सेना ने बैट का साथ दिया।
आइए आपको बताते हैं कि आखिर बैट क्या है ?
- BAT का पूरा नाम बॉर्डर एक्शन टीम है।
- BAT के बारे में सबसे पहले 5 और 6 अगस्त 2013 की दरमियानी रात को पता लगा था।
- BAT ने एलओसी पर पेट्रोलिंग कर रही भारतीय सेना की टुकड़ी को निशाना बनाया था।
- ‘बैट’ पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स से लिए गए सैनिकों का एक ग्रुप है।
- BAT सैनिकों जैसी ट्रेनिंग पाए आतंकी भी हैं।
- BAT को LoC में 1 से 3 किलोमीटर तक अंदर घुसकर हमला करने के लिए तैयार किया गया है।
- BAT को स्पेशल सर्विस ग्रुप यानि एसएसजी ने तैयार किया है।
- BAT पूरी प्लानिंग के साथ अटैक करती है।
- ये टीम पहले खुफिया तौर पर ऑपरेशनों को अंजाम देती थी।
- BAT अब मीडिया की वजह से खबरों में रहने लगी है।
सीमा पर पहले भी हुई सैनिकों के साथ बर्बरता
- 22 नवंबर, 2016 को माछिल में LoC पर पाकिस्तान के संदिग्ध आतंकियों के हमले में आर्मी के तीन जवान शहीद हो गए थे। एक जवान का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था। माछिल में हमारे जवान फेंसिंग के आगे पेट्रोलिंग करते हैं।
- 28 अक्टूबर, 2016 को भी एक जवान मनदीप सिंह के शव का पाकिस्तान की सेना ने अपमान किया था। पाकिस्तानी आर्मी के कवर फायर का फायदा उठाते हुए आतंकी LoC के रास्ते घुसे और एक जवान की जान ले ली। उसके बाद जवान के शव को क्षत-विक्षत कर दिया गया। ये घटना भी माछिल सेक्टर में ही हुई थी।
- जून, 2008 में गोरखा राइफल्स के एक जवान को पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम ने केल सेक्टर में पकड़ लिया था। कुछ दिन बाद उसका सिर कलम कर लाश फेंक दी थी।
- साल 2013 में दो जवान लांसनायक हेमराज और सुधाकर सिंह के शवों को भी पाक सैनिकों ने क्षत-विक्षत कर दिया था।
- 1999 की करगिल जंग के दौरान कैप्टन सौरभ कालिया को पाकिस्तान की सेना ने प्रताड़ित किया था और बाद में उनके शव के साथ भी बर्बरता की गई।
गर्मी में क्यों बढ़ती है बॉर्डर पर घटनाएं ?
- एलओसी पर गर्मियों का वक्त बेहद संवेदनशील माना जाता है। दरअसल, इस दौरान पहाड़ों पर बर्फ पिघलती है। इसका फायदा उठाकर पाकिस्तान की तरफ आतंकी घुसपैठ की साजिश करते हैं।
- एलओसी पर कुछ जगह ऐसी हैं, जहां फेंसिंग लगाना बेहद मुश्किल है। ये दलदल वाला इलाका है। पाकिस्तान इस इलाके से आतंकियों को ‘बैट’ के साथ भेजता है।