तिरुपति प्रसादम विवाद में अब तक क्या हुआ, जानें किसने क्या कहा…?

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हिंदू धर्म में न सिर्फ भगवान को भोग लगाने के लिए बल्कि प्रसाद में भी शुद्धता का ध्यान रखा जाता है. इसके साथ ही हिंदू धर्म में गाय को माता का स्थान दिया गया है और उनकी पूजी की जाती है. लैब रिपोर्ट के अनुसार तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसादम के रूप में दिए जाने वाले लड्डू के लिए बनाने वाले घी में बीफ टैलो का इस्तेमाल हुआ है. इसका मतलब है कि प्रसाद के रूप में लाखों हिंदुओं को न सिर्फ मांसाहार दिया गया, बल्कि उनके लिए पूजनीय गाय का फैटी टीशू भी परोसा गया. यह बात सामने आने पर मामले ने तूल पकड़ लिया है और इस पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है.

केंद्र ने मांगी रिपोर्ट 

वही अब इस मामले में केंद्र की मोदी सरकार भी एक्शन में आ गई है. इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बातचीत की है. साथ ही, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आंध्र प्रदेश सरकार से लैब टेस्ट रिपोर्ट की मांग की है. अब केंद्र FSSAI से NDDB की रिपोर्ट की जांच कराएगा. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसी दौरान वाईएसआर कांग्रेस ने सीएम चंद्रबाबू नायडू पर लगाए गए आरोपों के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील की है. अब बुधवार को हाईकोर्ट इस मामले पर सुनवाई करेगा.

रिपोर्ट में ये हुआ था खुलासा

दुनिया के सबसे अमीर मंदिरों में से एक तिरुपति बालाजी में करोड़ों हिंदुओं के धर्म को खंडित करने की कथित साजिश के खुलासे से हाहाकार मचा गया है, तिरुपति मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल मिले होने की पुष्टि हुई है. इस घोषणा के बाद उत्तर से दक्षिण तक सब सन्न हैं. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम मंदिर के निदेशक शामला राव ने भी कहा कि, ‘मंदिर की पवित्रता भंग हुई है, पिछली सरकार ने मिलावट की जांच के लिए कोई कदम नहीं उठाए थे. उन्होंने कहा कि प्रसाद में मिलावटी घी की एक बड़ी वजह उसका रेट भी है.

शामला राव ने कहा है कि, टेंडर में घी को खरीदने के लिए जो दाम रखे गए थे वे व्यवहारिक नहीं थे. कोई भी ये समझ सकता है कि भगवान को चढ़ने वाला शुद्ध घी 320 रुपये में नहीं मिल सकता है. इसके लिए कम से कम 500 रुपये प्रति किलो तो चुकाने ही होंगे. हमने इस पर काम शुरू किया और सारे सप्लायर्स को चेतावनी दी कि अगर मिलावटी घी सप्लाई किया गया तो हम आपको ब्लैक लिस्ट कर देंगे.’

उन्होने कहा है कि, इन सप्लायर्स की क्वालिटी ठीक थी, एक कंपनी है AR फूड तमिलनाडु. हमने उनके सैंपल को NDDB लैब भेजा. शुद्ध घी में प्योर मिल्क फैट 95.68 से लेकर 104.32 तक होना चाहिए लेकिन दुख की बात है कि इन सारे सैंपल्स में मिल्क फैट की वेल्यू 20 ही पाई गई. इसका मतलब घी में जबरदस्त मिलावट की गई थी. वही इसको लेकर सियासत गर्मा गयी है और जिसपर जमकर बयान बाजी का दौर चल पड़ा है.

मंदिर की पवित्रता भंग करने वालों को भगवान देंगे सजा- चंद्रबाबू नायडू

वही इस मामले पर सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि, जिन लोगों ने तिरुपति मंदिर की पवित्रता भंग की, भगवान के साथ धोखा किया. उन्हें भगवान वेंकटेश्वर इसी जन्म में सजा देंगे. प्रसाद के साथ जो अपवित्रता की गई है, उसकी जांच में जो बातें सामने आई हैं वे दिखाती हैं कि वे लोग घमंड में इतना चूर हो गए थे कि उन्हें लगा कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. उन्होंने आम लोगों की भावनाओं की भी कद्र नहीं की. मुझे जो लैब रिपोर्ट मिली है उससे साफ है कि प्रसाद की क्वालिटी से समझौता किया गया, अपवित्र चीजों की मिलावट की गई.

नायडू राजनीतिक फायदे के लिए फैला रहे झूठ-पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी

वहीं पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि, मंदिर के प्रसाद में मिलावटी घी का इस्तेमाल कभी नहीं हुआ, चन्द्रबाबू नायडू सिर्फ लोगों को भड़का कर अपना राजनीतिक हित साध रहे हैं. लोगों का ध्यान भटकाने के लिए चंद्रबाबू नायडू ने ये झूठ फैलाया, वो इतना नीचे गिर गए कि उन्होंने मंदिर की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाया. यहां जो कुछ भी हो असल में वो मंदिर की रूटीन प्रैक्टिस का हिस्सा है जिसको राजनीतिक फायदे के लिए गलत तरीके से पेश किया गया.

धार्मिक स्थलों की पवित्रता की करनी होगी रक्षा – राहुल गांधी

वहीं इस मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट में चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि, प्रसाद को अपवित्र करने की खबरें परेशान करने वाली हैं और इस मुद्दे पर गहनता से विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद को अपवित्र करने की खबरें परेशान करने वाली हैं. भगवान बालाजी भारत और दुनिया भर में लाखों भक्तों के लिए पूजनीय देवता हैं. यह मुद्दा हर भक्त को दुखी करेगा और इस पर गहनता से विचार किए जाने की आवश्यकता है. भारत भर के अधिकारियों को हमारे धार्मिक स्थलों की पवित्रता की रक्षा करनी होगी.

राम मंदिर के पुजारी ने की अराोपितों के लिए फांसी की मांग

वहीं राममंदिर के मुख्य पुजारी सतेंद्र दास ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोपियों के लिए फांसी की मांग की है और कहा है कि, इससे आस्था पर आघात हुआ है. वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की, तिरुपति बालाजी के मंदिर में ‘अपवित्र’ प्रसाद के मुद्दे पर सोशल मीडिया पर भी लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री जताई चिंता

 

बीते बुधवार को प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिक मंत्री नारा लोकेश ने इस मामले पर प्रतिक्रिया जाहिर कर आश्चर्य व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा है कि, “तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर हमारा सबसे पवित्र मंदिर है. मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी प्रशासन ने तिरुपति प्रसादम में घी की जगह पशु चर्बी का इस्तेमाल किया.

आस्था और विश्वास के साथ गहरा विश्वासघात – केंद्रीय मंत्री बंधी संजय कुमार

वही केंद्रीय मंत्री बंधी संजय कुमार ने एक्स पर लिखा है कि, लड्डू बनाने में पशु चर्बी का कथित उपयोग भगवान वेंकटेश्वर में आस्था रखने वाले हिंदुओं की आस्था और विश्वास के साथ गहरा विश्वासघात है. उन्होंने मांग की कि आंध्र प्रदेश सरकार मामले की तत्काल जांच कराए, ताकि सच्चाई सामने आए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.

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