कड़ा कलाई में पहनने का प्रचलन सदियों से रहा है। पीतल, तांबे या लोहे का कड़ा पहनने के फायदे हैं लेकिन अगर इसे सही नियम से नहीं पहना जाए तो इसके नुकसान भी हो सकते हैं। wearing bracelet
आइए जानते हैं कड़ा पहनने के 3 फायदे और 3 नुकसान-
1. धार्मिक कड़ा पहनने के बाद किसी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए। अगर आप कड़ा पहनने के बाद नशा करते हैं या अन्य कोई अनैतिक कार्य करते हैं तो इससे उसको नुकसान होगा।
2. लोहे, स्टील या जर्मन का कड़ा पहना है तो यह शनि का कड़ा माना जाएगा। इसके फायदे भी हैं और नुकसान भी। शनि कुंडली में कहीं भी होगा तो वह पराक्रम में माना जाएगा। पराक्रम में यदि पहले से चंद्र या शनि के शत्रु ग्रह है तो नुकसान होगा।
3. सोने का कड़ा सूर्य, तांबें का कड़ा मंगल का, चांदी का कड़ा चंद्र का और पीतल का कड़ा गुरु का होगा। अत: किसी ज्योतिष से पूछकर ही कड़ा पहने अन्यथा सूर्य और गुरु बुरे फल दे सकते हैं।
1. कुछ लोग पीतल और तांबे का मिश्रित कड़ा पहनते हैं। ऐसी मान्यता है कि पीतल से गुरु, तांबे से मंगल और चांदी से चंद्र बलवान होता है।
2. कड़ा हनुमानजी का प्रतीक है। पीतल और तांबा मिश्रित धातु का कड़ा पहनने से सभी तरह के भूत-प्रेत आदि नकारात्मक शक्तियों नजदीक नहीं आएंगीं।
3. हाथ में कड़ा धारण करने से कई तरह की बीमारियों से भी रक्षा होती है। जो व्यक्ति बार-बार बीमार होता है उसे सीधे हाथ में अष्टधातु का कड़ा पहनना चाहिए।
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