दूर हो रहे ‘विकास दुबे’ के अपने

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उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी व गैंगस्टर विकास दुबे को बाहर निकालने के लिए उसके हरेक रिश्तेदार पर बढ़ रहे दबाव के बाद अब उसके रिश्तेदारों ने उसे अपना मानने से इनकार करना शुरू कर दिया है।

इनमें दुबे के बहनोई दिनेश तिवारी भी शामिल हैं, जिन्हें शुक्रवार रात से ही शिवली पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया है, जब अपराधी ने आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कानपुर में बिकरू गांव में कर दी थी।

तिवारी ने संवाददाताओं से कहा कि अगर उनका वश चले तो वह विकास दुबे को खुद गोली मार दें, क्योंकि उसकी वजह से उसके परिवार को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “उसने जो किया है उसकी कीमत हम चुका रहे हैं। अगर मेरे वश में होता तो मैं उसे गोली मार देता।”

विकास दुबे के पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ-

vikas dubey father

दुबे के बहनोई ने कहा कि दुबे के पिता राम कुमार दुबे मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह अपने बेटे को बचाने के प्रयास में क्या कह रहे हैं।

अपराधी के पिता ने पुलिस को पहले बताया था कि जब घटना हुई थी तब विकास गांव में नहीं था। दिनेश तिवारी ने कहा कि उन्होंने और उनके परिवार ने पिछले पांच-छह सालों से विकास दुबे से सभी संबंध तोड़ लिए हैं।

विकास दुबे की बड़ी बहन चंद्रकला ने भी पत्रकारों से कहा कि उन्होंने पिछले पांच-छह सालों से अपने गैंगस्टर भाई से मुलाकात नहीं की है।

उन्होंने दावा किया कि विकास ने उनके बड़े बेटे को धमकी दी थी और कुछ साल पहले उनके पति के साथ दुर्व्यवहार किया था, जिसके बाद परिवार ने उसके साथ सभी संबंध तोड़ दिए।

उनके बेटे ध्रुव ने कहा कि पुलिस ने घटना के बाद राम कुमार दुबे को उनके घर पर छोड़ दिया था। उसने कहा, “हम उनकी देखभाल नहीं कर सकते हैं और पुलिस को उनके ठहरने के लिए कुछ और इंतजाम करने चाहिए।”

ध्रुव की बहन अनामिका ने भी यही कहा, “हमारे ‘मामा’ (विकास) के साथ हमारा कोई संबंध नहीं है और हमें इस मुद्दे पर परेशान नहीं किया जाना चाहिए।”

मां ने कहा था, मर जाए तो अच्छा-

Vikas Dubey's mother

वहीं विकास की मां सरला देवी ने पहले ही कहा था कि अगर उनका बेटा पुलिसकर्मियों की हत्या के लिए जिम्मेदार है, तो उसे मार दिया जाना चाहिए, लेकिन अब उन्होंने बीकरू गांव में उनके पुश्तैनी घर को ध्वस्त करने पर आपत्ति जताई है।

उन्होंने कहा, “सरकार को परिवार के बजाय विकास को दंडित करना चाहिए। हमें अकेला छोड़ दिया जाना चाहिए।”

दिलचस्प बात यह है कि जिस शख्स की शिकायत पर पुलिस विकास दुबे को पकड़ने गई थी, वह शख्स यानी राहुल तिवारी उसका साला बताया जा रहा है।

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