वाराणसी: बढ़ते गंगा के जलस्तर ने बढ़ाई मुश्किलें, लोग पलायन को हुए मजबूर
गंगा के पानी में 200 एकड़ से अधिक किसानों की फसल भी डूब गई है.
वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जहां अब गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु के निशान को भी पार कर गया है जिसके बाद से ही काशी वासियों की मुसीबतें और भी ज्यादा बढ़ गई है. इसका असर यह है कि रिहायशी इलाकों में घुसे पानी के चलते लोग पलायन करने पर मजबूर हो गए हैं. गंगा के पानी में 200 एकड़ से अधिक किसानों की फसल भी डूब गई है. तैयार फसल डूबने से किसान काफी मायूस हो गए हैं. किसानों में अब इस बात की चिंता लगातार बनी हुई है कि अगर पानी तीन फीट से अधिक हुआ तो 200 एकड़ से अधिक और भी फसल के साथ हजारों मकान पानी में डूब जाएंगे.
बढ़ते जलस्तर से किसानों की माली हालत खराब
किसानों का कहना है कि बढ़ते गंगा की वजह से उगाई गई सब्जियां खराब हो गई हैं. गंगा के पानी में तैयार बोड़ा, नेनुआ, लौकी आदि की फसल पानी में डूब कर खराब हो गई है. इसके चलते किसानों की माली हालत खराब हो जाएगी.
इसके साथ ही वे लगातार पलायन भी कर रहे हैं. ये लोग अपने परिवार और पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए पूरी तरह तैयार हो गए हैं. पानी बढ़ते ही वहां से परिवार और पशुओं को निकाल कर हाईवे के सर्विस लेन पर ले जाएंगे.
कॉलोनियों में गंगा का पानी घुसने का क्रम शुरू
वहीं गंगा का जल स्तर बढ़ने से एक बार फिर किवारे स्थित कॉलोनियों में पानी घुसने का क्रम बन गया है. ज्ञान प्रवाह नाला पर बने चैनल गेट में रबड़ के ब्रैकेट में लीकेज होने से पानी नाला में से होकर कॉलोनी में घुसने लगा है.
इसके चलते दर्जनों की संख्या में मकान बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बढ़ते पानी को देखकर लोग अपने घरों को खाली कर वापस अपने गांव व रिश्तेदारों के घर जाने के लिए तैयारी करने लगे हैं.
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सामानों को सुरक्षित घरों में दूसरे तल पर रख रहे हैं. वहीं घर की रखवाली करने के लिए एक दो आदमी किसी तरह सुरक्षित छतों पर रुके हैं. बिजली की सप्लाई फिलहाल अभी चालू है लेकिन इसके बंद होने के बाद ज्यादा परेशानी लोगों की बढ़ जाएगी.
सामने घाट स्थित ज्ञान प्रवाह नल से पानी प्रवेश करने से मारुति नगर, पटेल नगर काशीपुरम कॉलोनी में नाला की इर्द गिर्द घर पानी से चौतरफा डूब गया है.