वाराणसीः जांच के बीच सिपाही ने करा ली रवानगी, दो पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज

फूलपुर थाने पर तैनात पुलिसकर्मी के खिलाफ गंभीर शिकायत की हो रही थी जांच

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बनारस के पुलिस महकमे में पुलिस कमिश्नर की सख्ती के बावजूद पुलिसकर्मी अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे हैं. पिछले दिनों दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के मीरघाट पर सपा नेता के घर फायरिंग और धारदार हथियार से हमले की घटना के बाद पुलिस सक्रियता और समय से कार्रवाई न करने की शिकायत के बाद अब मनमानी करनेवाले पुलिसकर्मी निशाने पर आ गये हैं. खबर है कि फूलपुर थाने पर तैनात एक सिपाही के खिलाफ गंभीर शिकायत की जांच चल रही थी और उसने मिलीभगत से अपनी रवानगी करवा ली. जब इस बात की जानकारी ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर को हुई तो उन्होंने दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कर दी. इनमें एक पुलिसकर्मी को निलम्बित और दूसरे को लाइनहाजिर कर दिया गया.

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बताते हैं कि सिपाही बाल गोविंद पाल फूलपुर थाने पर तैनात था. उस पर क्षेत्र के एक युवक ने गंभीर आरोप लगाये हैं. युवक का आरोप है कि सिपाही बाल गोविंद पाल उसकी पत्नी को रखैल बनाकर रखा है. विरोध करने पर धमकियां देता है. इसके बाद उसने पुलिस कमिश्नर, डीसीपी व एसीपी के यहां इसकी शिकायत की. एक पुलिसकर्मी पर लगे इस गंभीर आरोप की जांच एसीपी पिंडरा को सौंपी गई. जांच चल रही थी तभी उसका तबादला गैर जनपद हो गया. बताया जाता है कि सिपाही ने जब जांच में अपने को फंसता देखा तो महकमे के अपने करीबियों से बचने के उपाय पूछने लगा. आरोप है कि सीसीटीएनएस प्रभारी प्रिंस कुमार की मिलीभगत से उसने मंगलवार को अपनी रवानगी करा ली. जब सिपाही के रवानगी कराने की जानकारी पुलिस अधिकारियों को हुई तो उसकी खोजबीन शुरू हो गई. उसके मोबाइल पर सम्पर्क का प्रयास किया गया तो स्विच आफ बताने लगा.

एसीपी पिंडरा ने जांच पूरी कर उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्ट

पूरा प्रकरण जानने के बाद ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने सीसीटीएनएस प्रभारी प्रिंस कुमार यादव को निलंबित और हेड मुहर्रिर अशोक यादव को लाइन हाजिर कर दिया. इसके साथ ही आरोपित सिपाही के खिलाफ एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार ने जांच पूरी कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है. दूसरी और पुलिस टीम को आरोपित सिपाही की खोज में लगाया गया है. वह सिपाही सुल्तानपुर का रहनेवाला बताया गया है. पुलिस टीम उसकी तलाश में उसके गृह जनपद सुलतानपुर गई लेकिन उसका पता नही चला. उधर, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर की कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है. गौरतलब है कि पिछले दिनों मीरघाट कांड के बाद पुलिस कमिश्नर ने कई थानेदारों और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की थी. इस कांड में दोनों पक्षों की ओर से यह जानकारी दी गई कि उन्होंने अपने-अपने थानों पर इसकी शिकायत की थी. लेकिन कार्रवाई के वजाय मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. इसका नतीजा था कि इतनी बड़ी घटना हो गई.

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