हाईप्रोफाइल है वाराणसी लोकसभा सीट, तीसरी बार मोदी लड़ेंगे चुनाव

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Loksabha Chunav 2024: देश में लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. भारत निर्वाचन आयोग ने तारीखों के ऐलान के बाद चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. देश के साथ यूपी में भी सात चरणों में होनवाले चुनाव के दौरान वाराणसी सीट पर 1 जून को मतदान होगा. उत्तर प्रदेश का वाराणसी सीट काफी हाई प्रोफाइल है. देखा जाए तो दशकों से इस सीट पर BJP का कब्जा रहा है. वाराणसी को धार्मिक नगरी भी कहते हैं क्यूंकि पीएम मोदी लगातार यहां से दो बार सांसद हो रहे है. तीसरी बार भी पीएम मोदी इसी सीट से चुनाव लड़ेंगें.

इस बार जीत की हैट्रिक लगाएंगे मोदी

देखा जाए तो लोकसभा सीट के लिए प्रदेश की यह सबसे हॉट सीट है. क्योंकि यहां से खुद पीएम मोदी ताल ठोक रहे हैं. प्रधानमंत्री वर्तमान में यहां से सांसद हैं और इस सीट पर मतदान सातवें चरण यानी 1 जून को होगा. इस सीट से पीएम मोदी दो बार लगातार सांसद रह चुके हैं, अब पीएम मोदी जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में है.

वाराणसी सीट का इतिहास

गौरतलब है कि देश के सबसे प्राचीन धार्मिक शहरों में काशी की गिनती होती है. इस लोकसभा में पांच विधानसभा की सीटें हैं. आजादी के बाद से यहां से BJP ने सात बार और कांग्रेस ने छह बार जीत हासिल की है. 1991 के बाद से बीजेपी का रिकॉर्ड बिल्कुल सही रहा है, हालांकि 2004 में इस सीट पर कांग्रेस से हार गई थी. वाराणसी, उत्तर प्रदेश के उन ग्यारह निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है, जहां समाजवादी पार्टी या बहुजन समाज पार्टी ने कभी जीत हासिल नहीं की है.

BJP का गढ़ रहा है वाराणसी

वाराणसी हमेशा से BJP का गढ़ रहा है. 2014 के बाद खासकर इसका ग्राफ और बढ़ गया. जबकि इससे पहले भी वाराणसी को BJP का गढ़ माना जाता रहा है. 2014 में यहां लड़ाई पीएम मोदी बनाम केजरावाल थी. लेकिन 2019 में यहां मुकाबला सपा की शालिनी यादव से था.

2004 में हारी थी BJP

लोकसभा चुनाव 2004 में पहली बार भाजपा कांग्रेस से हार गई थी. इस सीट पर कांग्रेस के डॉ. राजेश कुमार ने जीत दर्ज की थी और भाजपा को हराया था. लम्बे समय से कांग्रेस में रहने के बाद राजेश मिश्र पिछले दिनों भाजपा का दामन थाम लिया.

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