बनारस के कारीगर बना रहे हैं पीपीई किट | Banaras Bulletin
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स्टोरी- 1
बनारस की सड़कों पर दिखा ‘बैलगाड़ी युग’ का नजारा
महंगी कारों को बैलगाड़ी से खिंचते नजर आए कांग्रेसी
पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों का विरोध
वीओ-पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अनूठे अंदाज में पेट्रोलिय पदार्थों की बढ़ी कीमतों का विरोध किया। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद राजेश मिश्रा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने एक बैलगाड़ी जुलूस निकाला। कार्यकर्ताओं ने महंगी कारों को बैलगाड़ी से बांधकर सड़कों पर मार्च निकाला। राजेश मिश्रा के मुताबिक सत्तर साल के इतिहास में ये पहला मौका है जब डीजल और पेट्रोल के दाम बराबर हो गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में डीजल और पेट्रोल 18-20 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। बावजूद इसके कोरोना काल में मोदी सरकार 80 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से डीजल-पेट्रोल बेच रही है। राजेश मिश्रा ने अपने गले में एक चार्ट भी लटका रखा था, जिसपर पिछले कुछ दिनों का रेट लिखा था। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो जल्द ही भारत बैलगाड़ी युग में प्रवेश कर जाएगा।
बाइट-राजेश मिश्रा, पूर्व सांसद, वाराणसी
स्टोरी- 2
पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर कोहराम
एक्शन में शहीद भगत सिंह यूथ फ्रंट के कार्यकर्ता
सिगरा में प्रदर्शनकारियों की हुई पुलिस से भिड़ंत
वीओ–कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के अलावा दूसरे संगठनों ने भी डीजल-पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। शहीद भगत सिंह यूथ फ्रंट के कार्यकर्ताओं के जुलूस निकालने पर जमकर बवाल हुआ। सिगरा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो धक्कामुक्की की नौबत आ गई। इससे इलाके में काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा। भगत सिंह यूथ फ्रंट को कांग्रेस और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने भी अपना समर्थन दिया। इस सम्बन्ध कांग्रेस के नेता हरीश मिश्रा ने कहा कि करोना काल में हुए असफल लॉकडाउन ने आम जनता का उद्योग धंधा के साथ-साथ नौकरी भी चली गई है। ऊपर से महंगाई चरम पर होने के कारण परिवार चलाना आम जनता के लिए बड़ी चुनौती है।
बाइट- हरीश मिश्रा, नेता, कांग्रेस
स्टोरी- 3
बनारस के कारीगर बना रहे हैं पीपीई किट
पीपीई बनाने वाली फैक्ट्री की हुई शुरुआत
डीआरडीओ और शिप्रा ने अप्रूव्ड
वीओ-प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से आत्मनिर्भर भारत के तहत देश में पीपीई किट का उत्पादन तेजी से शुरु हो गया है। वाराणसी में पूर्वांचल की पहली डीआरडीओ और शिप्रा से अप्रूव्ड पीपीई किट बनाने का उत्पादन इकाई फैक्ट्री की शुरुआत हो गई है। इस फैक्ट्री में वाराणसी के साड़ी उत्पादन से जुड़े लोगों द्वारा पीपीई किट तैयार कराया जा रहा है, जहां हर महीने 5 हजार पीपीई किट तैयार कर पूर्वांचल सहित आस-पास के अन्य जिलों में कम दामों में उपलब्ध कराया जाएगा। इस सम्बन्ध में वाराणसी इंडस्ट्री के जॉइंट कमिश्नर उमेश कुमार सिंह ने कहा कि कारखाने में सभी मानकों का ध्यान रखा जा रहा है। ये पूर्वांचल का पीपीई किट बनाने वाली फैक्ट्री फैक्ट्री है। फैक्ट्री के मालिक गोविंद अग्रवाल ने बताया कि रोज 200 से 300 पीपीई किट बनाने का लक्ष्य है आगे और बढ़ाएंगे और पूरी कोशिश है कि 500 रुपए के अंदर पीपीई किट तैयार हो जाए।
बाइट-उमेश कुमार सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर, इंडस्ट्री
बाइट- गोविंद अग्रवाल, फैक्ट्री मालिक
स्टोरी- 4
महेंद्र पाल संभालेंगे पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी
सपा के जिला संगठन में फेरबदल जारी
साल 2022 की तैयारियों में जुटी समाजवादी पार्टी
साल 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी समाजवादी पार्टी अपने संगठन को दुरुस्त करने में जुटी है। जिला स्तर पर संगठन में फेरबदल का दौर लगातार जारी है। इसी क्रम में महेंद्र पाल पिंटू को वाराणसी जिला पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। पदभार ग्रहण करने के बाद महेंद्र पाल पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के द्वारा पिछला वर्ग समाज के जिला अध्यक्ष की जो उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह उस जिम्मेदारी को निष्ठा और ईमानदारी के साथ पूरा करेंगे। साथ ही 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं की मजबूती के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे ताकि आने वाले आगामी चुनाव में प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बने।
बाइट- महेंद्र पाल पिंटू, जिलाध्यक्ष, सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ
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