Banaras Bulletin : बनारस पर मंडराने लगा टिड्डी दल का खतरा
भागदौड़ की जिंदगी में अगर आपसे खबरें छूट जा रही हैं तो बनारस की हर बड़ी खबर को बनारस बुलेटिन में फटाफट अंदाज़ में देखें…
स्टोरी – 1
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उड़ाई लॉकडाउन की धज्जियां
मोदी सरकार 2.0 की पहली वर्षगांठ पर झूमते नजर आए कार्यकर्ता
ढोल नगाड़ों पर किया डांस, जलाए पटाखे
वीओ-कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है। सरकार लोगों से घरों में रहने की अपील की रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लॉक डाउन के नियमों का पालन करने के लिए लोगों को समझाते रहते हैं, लेकिन उनकी इस अपील का असर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर ही नहीं हो रहा है। केंद्र में मोदी सरकार की दूसरी पारी की पहली वर्षगांठ पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ाई। बीजेपी कार्यकर्ता ढोल नगाड़े की थाप पर डांस करते नजर आए। यही नहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी भी की। साथ ही सरकार के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने की हुंकार भी भरी।
बाइट-शेख मोहम्मद आसीब, बीजेपी कार्यकर्ता
स्टोरी – 2
1 जून से शुरु हो रहा है पैसेंजर ट्रेनों का संचालन
यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी
ट्रेन छूटने के 90 मिनट पर पहले पहुंचना होगा स्टेशन
वीओ- भारतीय रेलवे एक जून से पैसेंजर ट्रेनों का संचालन करने जा रही है। इसे लेकर देश के अलग-अलग स्टेशनों पर तैयारी शुरू हो गई है। वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर भी तैयारियों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। वाराणसी कैंट से एक जून को पांच ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसमें कामायनी एक्सप्रेस, महानगरी, महामना और साबरमती के साथ-साथ मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन से शिवगंगा एक्सप्रेस से चलेगी। ट्रेनों के संचालन के लिए कुछ महत्वपूर्ण गाइडलाइन जारी की गई है। इसके तहत यात्रियों को ट्रेन छूटने के नब्बे मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा। इसके बाद सभी यात्रियों की थर्मल स्कैंनिंग की जाएगी। बैग को सैनिटाइज किया जाएगा। अगर किसी यात्री में कोरोना के लक्षण मिलता है तो उसका टिकट कैंसिल कर दिया जाएगा। इसका पैसा यात्रियों को रिफंड कर दिया जाएगा ।
बाइट—आनंद मोहन, स्टेशन प्रबंधक
स्टोरी – 3
रामनगर हादसे से नहीं लिया सबक
गंगा में डूबकी लगा रहे हैं छोटे बच्चे
धड़ल्ले से हो रहा है नावों का संचालन
वीओ- रामनगर में शुक्रवार को टिकटॉक वीडियो बनाने के चक्कर में गंगा नदी में डूबने से पांच बच्चों की मौत हो गई। लेकिन इस से जिला प्रशासन से कोई सबक नहीं लिया। आलम ये है कि हादसे के अगले दिन बनारस के गंगा घाटों पर सैकड़ों की संख्या में छोटे-छोटे बच्चे बगैर किसी सुरक्षा के गंगा में नहाते नजर आए। इनमें से कुछ बच्चे तो ऊंचे-ऊंचे घाटों से गंगा में छलांग लगा रहे थे। यही नहीं गंगा की लहरों पर नावें भी चलती नजर आई। जबकि लॉक डाउन में बेवजह घर से निकले पर पाबंदी है। हैरानी इस बात की है कि घाट पर होने वाली एक-एक गतिविधि पर पुलिस प्रशासन की नजर होती है। फिर भी प्रशासन के अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बचते हैं। सवाल इस बात का है कि क्या स्थानीय प्रशासन एक और हादसे के इंतजार में है क्या ?
बाइट- नाविक
स्टोरी – 4
बनारस पर मंडराने लगा टिड्डी दल का खतरा
किसानों ने खेतों में किया गौ मूत्र गोबर का छिड़काव
जिला प्रशासन ने किसानों को सर्तक रहने का दिया निर्देश
वीओ- टिड्डी दल ने उत्तर प्रदेश में भी दस्तक दे दी है। बुंदेलखंड के कुछ जिलों में टिड्डी दल की आमद के साथ ही राज्य के अन्य जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। वाराणसी में भी जिला प्रशासन से किसानों को जागरुक करने का काम शुरु कर दिया है। इस बीच किसान अपने स्तर से टिड्डी दल से लड़ने की तैयारी कर रहा है। किसानों ने अपनी फसलों में गो मूत्र गोबर का छिड़काव करना शुरु कर दिया है। ताकि टिड़्डियों के असर को कम किया जा सके। टिड़्डियों के बनारस से सटे सोनभद्र और मिर्जापुर जिले में पहुंचने के बाद वाराणसी के सेवापुरी, अराजी लाइन ब्लाक और काशी विद्यापीठ ब्लाक में ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर किसानों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
बाइट- कौशलराज शर्मा, जिलाधिकारी, वाराणसी
बाइट- विनय शंकर राय, किसान नेता
स्टोरी – 4
रौशनी ने कोरोना आपदा को अवसर में किया तब्दील
लॉकडाउन में 101 देशों के झंडों की बनाई रंगोली
वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया ने रौशनी की कला को सराहा
वीओ- कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने कोराना आपदा को अवसर में बदल दिया। काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग के पोस्ट ग्रेजुएशन की छात्रा रौशनी यादव भी उन्हीं में से एक हैं। रौशनी ने दुनिया के एक सौ एक देशों के झंड़ों की रंगोली बनाई है। साथ ही रंगोली में उस देश में बोली जानी भाषा में शांति शब्द को भी उकेरा है। रौशनी की इस कला को वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया ने भी अपने यहां दर्ज किया है। रौशनी को रंगों से चित्र बनाने से ज्यादा भारत के लोक कला रंगोली बनाने में अधिक रुचि है। पहले भी बनारस और अन्य शहरों में पांच सौ से ज्यादे रंगोली बना चुकी हैं। बताया कि पच्चीस अप्रैल से अपनी घर की छत पर झंडों की रंगोली बनाना शुरू किया। इस दौरान रौशनी ने हर रोज तीन से चार रंगोली बनाई। इस तरह पच्चीस मई तक उसने एक सौ एक झंडो़ं की रंगोली बनाने में कामयाबी पाई।
बाइट- रौशनी यादव, रंगोली कलाकार
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